गुजरात में पतंग उत्सव के दौरान न सिर्फ मनुष्यों को डोर से चोटें आईं हैं बल्कि पशु-पक्षी भी घायल हुए हैं। राज्य में एक ही दिन में 606 पक्षी घायल हुए हैं, आम दिनों में औसतन 26 मामले ही इस तरह के सामने आते हैं।
गुजरात में पतंग उत्सव के दौरान न सिर्फ मनुष्यों को डोर से चोटें आईं हैं बल्कि पशु-पक्षी भी घायल हुए हैं। राज्य में एक ही दिन में 606 पक्षी घायल हुए हैं, आम दिनों में औसतन 26 मामले ही इस तरह के सामने आते हैं।
ईएमएस 108 स्टेट ऑपरेशन हैड सतीश पटेल के अनुसार उत्तरायण के दिन पशु-पक्षियों के घायल होने की इमरजेंसी को बड़ी संख्या में पक्षियों की इमरजेंसी हैंडल की गईं। करुणा एनिमल एंबुलेंस 1962 के आंकड़ों के अनुसार आम दिनों में राज्य में औसतन 26 पक्षियों के घायल होने की इमरजेंसी सामने आती हैं। इसकी तुलना में मंगलवार को 606 इमरजेंसी दर्ज हुई हैं। यह लगभग 2300 फीसदी अधिक है। घायल पक्षियों में कबूतर, बाज, कौआ अधिक हैं।
आंकड़े बताते हैं कि अहमदाबाद में आम दिनों में आठ पक्षी घायल अवस्था में मिलने का औसत रहा है। इसकी तुलना में मंगलवार को 207 पक्षी करुणा एंबुलेंस ने हैंडल की। वडोदरा में 33, सूरत में 54, राजकोट में 51, जूनागढ़ में 16, जामनगर में सात तथा गांधीनगर में 34 इमरजेंसी पक्षियों की हैंडल की।