-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कई नवजात बच्चों की जिंदगी बचाने में मिलेगी मदद, चार पहले से हैं कार्यरत, अहमदाबाद में शुरू हुआ पांचवां बैंक
Ahmedabad. अहमदाबाद सिविल अस्पताल में नवनिर्मित 'मां वात्सल्य' मदर्स मिल्क बैंक का गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि अभी सूरत, वडोदरा, वलसाड और गांधीनगर सिविल हॉस्पिटल में चार मदर मिल्क बैंक कार्यरत हैं। अहमदाबाद सिविल में पांचवां बैंक शुरू हुआ है। राज्य सरकार ने तीन अतिरिक्त मदर मिल्क बैंक स्थापित करने को स्वीकृति दी है। ये भावनगर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, जामनगर गुरु गोविंद सिंह राजकीय सिविल अस्पताल और राजकोट का पी.डी.यू. सिविल अस्पताल में खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि यह मदर मिल्क बैंक कई बच्चों का जीवन बचाने में मददगार होंगे। नवजात शिशुओं के लिए माता का दूध सर्वोत्तम आहार है। इसमें जरूरी पोषक तत्व, एंटीबोडी, संरक्षणात्मक गुणधर्म होते हैं। कई कारणों से कई माताओं को पर्याप्त दूध नहीं उतरता है, ऐसे में नवजात शिशुओं के लिए खतरा पैदा हो जाता है। इसे ध्यान में रखकर और नवजात शिशु की मृत्युदर घटाने में यह मदर मिल्क बैंक काफी मददगार होगा।
इस अवसर पर सांसद दिनेश मकवाणा, विधायक दर्शाना वाघेला, अमूल भट्ट, सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राकेश जोशी, मदर मिल्क बैंक के लिए 80 हजार डॉलर का अनुदान देने वाले पंड्या फाउंडेशन के प्रतिनिधि व चिकित्सक उपस्थित थे।
मंत्री ने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों, कर्मचारियों और नर्सिंग स्टाफ के कार्यों को सराहा साथ ही अधिक मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने राज्य में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में सुधार का श्रेय आशा कार्यकर्ताओं को दिया।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में शुरू किए गए इस मदर मिल्क बैंक में कई सुविधा हैं। पंजीकरण के लिए क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर है। प्रत्येक लाभार्थी के लिए विशिष्ट आईडी, परामर्श केंद्र उपलब्ध है। बैंक में माताओं के लिए आठ आधुनिक दूध निष्कर्षण केंद्र हैं, जहां एकत्रित दूध को स्वचालित पाश्चुराइज़र से सुरक्षित बनाया जाता है। दूध भंडारण को तीन डीप फ्रीजर हैं, जिनकी भंडारण क्षमता 45 लीटर है। दूध की शुद्धता के लिए जीवाणु परीक्षण किया जाता है। बैंक में 10 स्टाफ नर्स, 1 लैब टेक्नीशियन और 2 बाल रोग विशेषज्ञों की टीम दिन, रात कार्यरत है। आरओ वाटर, प्रतीक्षालय और म्यूजिक सिस्टम भी है।