ब्यावर-पिंडवाडा राजमार्ग पर सोमवार को जालिया जीरो नम्बर पुलिया पर सल्फ्यूरिक एसिड से भरा टैंकर पलट गया। टैंकर के पलटने के साथ ही उसमें भरे एसिड का रिसाव शुरू हो गया।
ब्यावर (अजमेर)। ब्यावर-पिंडवाडा राजमार्ग पर सोमवार को जालिया जीरो नम्बर पुलिया पर सल्फ्यूरिक एसिड से भरा टैंकर पलट गया। टैंकर के पलटने के साथ ही उसमें भरे एसिड का रिसाव शुरू हो गया। सड़क हादसे में टैंकर चालक की मौत हो गई, जबकि खलासी समेत तीन जने घायल हो गया। खलासी को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। दुर्घटना के बाद राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। कडी मशक्कत के बाद गैस के रिसाव को रोका जा सका। टैंकर को राजमार्ग से एक ओर हटाया। करीब छह घंटे बाद यातायात सुचारु हो सका।
पुलिस के अनुसार सल्फ्यूरिक एसिड से भरा टैंकर मेहसाणा से लुधियाना जा रहा था। जालिया रोड जीरो नम्बर पुलिया पर पहुंचने पर टैंकर अचानक पलट गया। इससे एसिड का रिसाव शुरू हो गया। एसिड का प्रभाव इतना तेज था कि पास जाने पर आंखों में जलन होने लगी। टैंकर चालक डूंगरपुर बिच्छीवाडा निवासी जिनेश (27) की मौत हो गई, जबकि खलासी राजेश घायल हो गया।
इस दौरान वहां से गुजर रहे शिवनाथपुरा निवासी शैतानसिंह एवं अमरनगर जयपुर निवासी हेमत बालावत ने केबिन में फंसे चालक व खलासी को निकालने का प्रयास किया। इससे उनके पैर एसिड से झुलस गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय पहुंचाया। चालक के शव को राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के चीरघर में रखवाया। इस दौरान तहसीलदार हनुतसिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
टैंकर पलटने से सल्फ्यूरिक एसिड के रिसाव की सूचना पर नगर परिषद की दो दमकल मौके पर पहुंचीं। इन दमकल से पानी के छिडकाव के बावजूद गैस का असर कम नहीं हो रहा था। इसे देखते हुए फोम केमिकल मंगवाया गया। एसिड के प्रभाव को कम करने के लिए लाइम स्टोन पाउडर का किया छिडकाव किया गया। गैस के प्रभाव को कम करने के लिए तीन दमकल ने कुल नौ फेरे किए।