महिलाओं को ग्रुप लोन का झांसा देकर दस्तावेज और चेक दुरुपयोग से प्राइवेट बैंक व फाइनेन्स कम्पनी से लाखों रुपए का ऋण उठाकर हड़पने का मामला सामने आया।
अजमेर जिले के कल्याणीपुरा में महिलाओं को ग्रुप लोन का झांसा देकर दस्तावेज और चेक दुरुपयोग से प्राइवेट बैंक व फाइनेन्स कम्पनी से लाखों रुपए का ऋण उठाकर हड़पने का मामला सामने आया। पीड़ित परिवारों द्वारा किस्तें अदा नहीं करने पर जब रिकवरी एजेन्ट पहुंचे तो सच्चाई सामने आई। पीड़िताओं ने मंगलवार दोपहर एसपी वंदिता राणा से गुहार लगाई। एसपी ने प्रकरण में आरोपी के खिलाफ अलवर गेट थाना पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मंगलवार को कल्याणीपुरा व अलवर गेट थाना क्षेत्र की पीड़ित महिलाओं ने पार्षद बीना टांक के नेतृत्व में एसपी वंदिता राणा को बताया कि महिला ग्रुप लोन का झांसा देकर उनसे खाली चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड और दस्तावेज लेकर ऋण दिलाने का झांसा दिया। ऋण राशि उनके बैंक खातों में नहीं आई लेकिन प्राइवेट बैंक और फाइनेन्स कम्पनी के रिकवरी एजेन्ट किस्त नहीं भरने से उनके घरों पर आ रहे हैं। ऋण नहीं मिलना बताने पर एजेंट बदसलूकी व अभद्रता करते हैं।
पीड़िता गीता देवी ने बताया कि उसके नाम पर आरोपी ने टीवी, फ्रीज, महंगा मोबाइल फोन और एसी जैसे कीमती सामान पर ऋण उठा रखा है। अधिकांश महिलाएं अनपढ़ और झोंपड़ बस्ती में रहने वाली हैं। उनकी ऐसी हैसियत ही नहीं है। लेकिन आरोपी ने दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर प्राइवेट फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारियों से मिलीभगत कर ऋण उठा लिया। अब वसूली के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है।
पार्षद बीना टांक ने बताया कि पीड़िताओं ने पूर्व में राजवीर सिंह के खिलाफ अलवर गेट थाने में शिकायत दी थी लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी ने कई बैंक व फाइनेंस कम्पनी से महिलाओं के नाम से ऋण उठा रखे हैं।
एसपी को शिकायत देने आई गीता के नाम पर करीब ढाई लाख, कंचन देवी के नाम पर 3 लाख, गोमती देवी के नाम पर 80 हजार, बबली के नाम पर साढ़े 3 लाख, सरोज के ढाई लाख, ज्योति के ढाई लाख रुपए का ऋण बैंक व फाइनेन्स कम्पनी से उठा रखा है। इस तरह अलवर गेट व कल्याणीपुरा गांव में करीब दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं और उनके परिवार के सदस्य आरोपी की ठगी के शिकार हुए हैं।