Pushkar Mela 2024: पुंगनूर नस्ल की गाय को पुष्कर मेले में लेकर आए अभिनव तिवारी कहते हैं कि ये इतनी छोटी है कि इन्हें गोद में उठाकर भी आप घूम सकते हैं। इतना ही नहीं इन गायों को लेकर धार्मिक मान्यताएं भी खूब हैं।
Pushkar Mela 2024: पुष्कर मेले का आगाज हो चुका है जो 17 नवंबर तक चलेगा। इस मेले में आपको ऊंटों के करतब समेत कई तरह के पशुओं की झलक देखने को मिलेगी। सामान्य नस्ल के पशुओं से हटकर इनकी अपनी खासियत है जिस वजह से इनका दाम खूब ज्यादा करोड़ों में तय किया जाता है। देश-विदेश से सैलानी पुष्कर पशु मेला घूमने आते हैं। करोड़ों रुपए में यहां पशुओं की बोली लगती है।
इस बार भी कई पशु आर्कषण का केंद्र बने हुए हैं। इस बार पुंगनूर नस्ल की गाय भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसकी खासियत है कि यह दुनिया की सबसे कम ऊंचाई की गाय है। ये गाय सिर्फ प्रदर्शनी के लिए यहां लाई गई है। बता दें कि सबसे पहले पुंगनूर नस्ल की गाय तब चर्चा का विषय बनी जब जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के दौरान पीएम मोदी से सोशल मीडिया पर इन्हें चारा खिलाते हुए वीडियो साझा किया था।
ये सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे कम ऊंचाई की गाय है। 17 से 24 यानी 3 फीट लंबी इन गायों की कीमत 2 से 10 लाख रुपए होती है। ये रोजाना 5 लीटर तक दूध देती है। बाजार में इन गायों की दूध की कीमत 1000 रुपए से शुरू है। पुंगनूर नस्ल की गाय को पुष्कर मेले में लेकर आए अभिनव तिवारी कहते हैं कि ये इतनी छोटी है कि इन्हें गोद में उठाकर भी आप घूम सकते हैं। इतना ही नहीं इन गायों को लेकर धार्मिक मान्यताएं भी खूब हैं।
पुंगनूर नस्ल की गायों को लेकर धार्मिक मान्यता है कि अमृत प्राप्ति के लिए जब देव-दावनों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था तो अमृत निकलने से पहले कई दुर्लभ चीजें भी उनमें से निकली थी। इसी दौरान सुरभि गाय भी निकली जिसे कामधेनु गाय भी कहते हैं। आंध्र के लोग मानते हैं कि पुंगनूर नस्ल की गाय वहीं सुरभि गाय है। लोगों के मुताबिक, उस समय इस गाय की ऊंचाई 10 फीट थी जो समय के साथ 7 फीट छोटी हो गई।