अजमेर

पुष्कर में चारों तरफ से आ रहे कांवड़ यात्री, दुकानदारों की चांदी, महादेव वाली टी-शर्ट की सबसे अधिक डिमांड

राजस्थान के पुष्कर में इन दिनों कांवड़ यात्रियों का मेला लगा है। चारों तरफ सिर्फ बोल बम और हर हर महादेव के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। वहीं दुकानदार जमकर कमाई करने में जुटे हैं।

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Jul 17, 2025
एआई जेनरेटेड फोटो

अजमेर। जगत पिता ब्रह्मा का पवित्र पुष्कर तीर्थ सावन मास में पूरी तरह से शिवमय हो गया है। यहां के बाजार, गलियों, मंदिरों, सरोवर के घाटों पर दूरदराज से जल लेने आने वाले शिवभक्त कांवड़ियों का मेला लगा है। बोल बम के जयकारों से पुष्कर के बाजार-गलियां गूंजने लगी हैं।

पुष्कर घाटी तक कांवड़ियों की कतारें लगी हैं। पुष्कर के बाजार में शिव के विभिन्न स्वरूपों के फोटो छपी टी-शर्ट की डिमांड बढ़ती जा रही है। करीब 15 दुकानदार इन कांवड़ियों के लिए रातों-दिन दुकान खोले रहते हैं। अकेले सावन महीने में इनका व्यापार करीब 2 करोड़ तक पहुंच जाता है। पूरे सावन मास में करीब 5 से 7 लाख कांवड़ियों की आवक होती है।

इन चीजों की सबसे अधिक बिक्री

सावन मास शुरू होने के साथ ही यहां पर जयपुर सहित विभिन्न जिलों के कांवड़ियों की आवक बनी है। बाजार में दुकानों पर कावड़ियों की पहली पसंद महादेव का चित्र छपी टी-शर्ट है। इसके अलावा कलस, कंधे पर रखने के लिए लकड़ी, नीचे के केसरिया रंग का हाफ पैंट की ब्रिकी ज्यादा हो रही है।

3 दिन चौबीसों घंटे बाजार खुले

पुष्कर के बाजार में नगरपालिका के सामने, गऊ घाट के आसपास कांवड़ का सामान बेचने के लिए करीब 12 से 15 दुकानें लगी हैं। इन पर सावन मास में प्रत्येक दुकान पर लगभग 10 से 12 लाख का कारोबार हो जाता है। खास बात तो यह है कि सप्ताह में शुक्रवार, शनिवार व रविवार तीन दिनों तक कांवड़ के सामान की दुकानें चौबीसों घंटे खुली रहती हैं।

जयपुर-सूरत से आता है टी-शर्ट

बीस वर्ष से कांवड़ का सामान बेच रहा हूं। सावन मास के लिए एक वर्ष से तैयारियां शुरू करते हैं। डंडे काटने, लगाने के लिए थांवला से श्रमिक आते हैं। लोटे एवं ढ़क्कन जयपुर से, टीशर्ट जयपुर, सूरत, लुधियाना से मंगवाते हैं। एक दुकानदार करीब 10 से 12 लाख रुपए का धंधा करता है। - धर्मेन्द्र पाराशर, दुकानदार

शिव जी के 108 रूपों की फोटो छपी टी-शर्ट

कांवड़ यात्री अधिकतर महादेव के चित्र बनी टी-शर्ट खरीदते हैं। शनिवार-रविवार को फुल नाइट दुकान चलती है। यहां का जल भरकर श्रद्धालु महादेव के मंदिरों में ले जाते हैं। भोलेनाथ के 108 तरह की फोटो छपी टी-शर्ट हैं। पूरा गोदाम भरकर रखना पड़ता है। - प्रेमनाथ, दुकानदार

Published on:
17 Jul 2025 05:25 pm
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