अजमेर

राजस्थान में मार्बल और ग्रेनाइट की लोडिंग दरें बढ़ीं, नई दरें आज से प्रभावी, श्रमिक हुए खुश

Rajasthan News : राजस्थान में अजमेर जिले की किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन ने मार्बल और ग्रेनाइट की नई लोडिंग दरों में इजाफा किया है। यह बढ़ी हुई दरें आज 1 जून से प्रभावी हुई है। नई दरों की वजह से श्रमिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं।

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राजस्थान में मार्बल और ग्रेनाइट की लोडिंग दरें बढ़ी

Rajasthan News : राजस्थान में अजमेर जिले की किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन ने मार्बल और ग्रेनाइट की नई लोडिंग दरों में इजाफा किया है। यह बढ़ी हुई दरें आज 1 जून से प्रभावी हुई है। नई दरों की वजह से श्रमिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। इस नई दरों को लागू करने में किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन और श्रमिकों के बीच सहमति हुई। यह मार्बल और ग्रेनाइट की नयी लोडिंग दरें हर 2 वर्ष बाद बदल जाती हैं। किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन अध्यक्ष सुधीर जैन ने बताया कि मार्बल और ग्रेनाइट की लोडिंग दरों में हर दो वर्ष बाद वृद्धि करने की व्यवस्था है। वर्तमान में चली आ रही दरों की अवधि 31 मई को समाप्त हो गयी। इसी दिन एसोसिएशन की प्रबंध कार्यकारिणी एवं लोडिंग श्रमिकों की सहमति से नई दरें आज से प्रभावी होकर लागू कर दी गई।

मार्बल पर 13 रुपए, ग्रेनाइट पर 14 रुपए प्रति टन की लोडिंग दर बढ़ी

सुधीर जैन ने बताया कि शनिवार को प्रभावी दरों में मार्बल लोडिंग दर 143 रुपए प्रति टन तथा ग्रेनाइट की लोडिंग दर 157 रुपए प्रति टन हो गई है। यानि की 1 जून से मार्बल की लोडिंग दर में 13 रुपए प्रति टन और ग्रेनाइट की लोडिंग दर में 14 रुपए प्रति टन की वृद्धि की गई है। 1 जून से इसी के अनुरूप लोडिंग श्रमिकों को भुगतान किया जाएगा।

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किशनगढ़ मार्बल मंडी एशिया की सबसे बड़ी पत्थर मंडी

किशनगढ़ मार्बल मंडी को एशिया की सबसे बड़ी पत्थर मंडी का खिताब हासिल है। यहां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ है। यहां से रोजाना देश के विभिन्न राज्यों के लिए मार्बल और ग्रेनाइट का लदान ट्रकों व ट्रेलरों में किया जाता है। उत्तरप्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों के श्रमिकों को यहां लोडिंग और अनलोडिंग के कामों में रोजगार मिला हुआ है।

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Published on:
01 Jun 2024 06:26 pm
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