अजमेर

Pushkar Mela 2024: पुष्कर में पर्यटकों को लुभाएगा जयपुर का हवामहल, सैंड आर्टिस्ट ने बालू रेत से बनाई शानदार कलाकृति

Rajasthan Pushkar Fair 2024: रेतीले धोरों की इस कला को देशी-विदेशी पर्यटक खूब पसंद करते हैं।

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Oct 29, 2024

Pushkar Fair 2024: अजमेर। राजस्थान के अजमेर में अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2 नवम्बर से शरू होने वाला है। मेले की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। मेले के दौरान सैंड आर्ट फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा। पुष्कर मेले में आने-वाले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने नेशनल सैंड पार्क में जयपुर के हवामहल की आकर्षक तस्वीर बनाई है।

पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम गनाहेड़ा में जन्मे सैंड आर्टिस्ट अजय रावत बताया कि पुष्कर मेले में नेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल में राजस्थान की संस्कृति और इतिहास को बालू रेत पर बनाता हूं जो कि मुख्य आकर्षण होता है। यह सैंड आर्ट बनाने में 7 दिन का समय लगा है। इस तस्वीर में 100 टन बालू मिट्टी का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि यह हवामहल की अब तक की सबसे बड़ी बालू रेत की कलाकृति है।

यह कला देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करती है। अजय रावत ने बताया कि वह 10 वर्षों से रेत के माध्यम से अपनी कला को प्रदर्शित कर रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर हुई सैंड आर्ट प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं। उन्हें पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। अभी तक 1000 से ज्यादा बालू रेत की आकर्षक कलाकृतियां बनाई है।

पुष्कर के धोरों में आने लगे विदेशी पावणे

2 नवम्बर से शरू होने वाले पुष्कर मेले में पशु के लिए धोरों में पशुओं की आवक शुरू हो गई है। विदेशी पावणों को पुष्कर के रेतीले धोरे लुभा रहे हैं। ढोल की थाप पर कालबेलिया डांस, कैमल सफारी का आनंद ले रहे हैं। पशुपालन विभाग व जिला प्रशासन पुष्कर पशु एवं धार्मिक मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधार्थ व्यवस्थाएं जुटाने में व्यस्त है। नए मेला मैदान में अस्तबलों के लिए टेन्ट लगने शुरू हो गए हैं। पशु मेला दो नवम्बर से शुरु होगा। इस दौरान विभिन्न प्रजातियों के पशुओं की खरीद फरोख्त के साथ पशु प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी।

धार्मिक मेला 12 नवम्बर से शुरु

कार्तिक मास की प्रबोधिनी एकादशी तिथि को 12 नवम्बर के पहले पंचतीर्थ महास्नान के साथ ही धार्मिक पुष्कर मेला शुरू हो जाएगा। इस बार चार दिनों का ही स्नान होगा। इस दौरान संतों के शाही स्नान के साथ ही कई रंगारंग कार्यक्रम होंगे।

Updated on:
29 Oct 2024 02:54 pm
Published on:
29 Oct 2024 02:48 pm
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