RGHS Update : राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) के तहत निजी अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली दवाइयों पर भजनलाल सरकार कड़ी नजर रख रही है। पढ़ें पूरा मामला क्या है।
चन्द्र प्रकाश जोशी
RGHS Update : राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (RGHS) के अंतर्गत निजी अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली दवाइयों पर अब सरकार नजर रख रही है। निजी अस्पताल में संबंधित योजना के मरीज को एक बार में अधिकतम 2000 रुपए से अधिक की दवा नहीं दी जा रही है। ऐसे में जटिल बीमारी से पीड़ित मरीजों को अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। आरजीएचएस योजना के तहत मरीज को 2000 रुपए तक की अधिकतम राशि की दवा एक बार में दी जा रही है। यहां संबंधित मरीज की एसएसओ आइडी लॉक होने का हवाला देकर निर्धारित राशि से कम की ही दवा दी गई।
मनीषी का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। ह्रदय रोग से संबंधित दवाइयां अब तक निर्धारित दिन तक की 3000 से 5000 रुपए तक की मिल रही थी। अब 2000 से अधिक राशि की दवा एक बार में देने से इनकार कर दिया।
पंचशील स्थित एक निजी अस्पताल में डिस्चार्ज मरीजों को दवा पर 2000 रुपए तक ही देना बताया गया। पत्रिका प्रतिनिधि ने प्रभारी, फार्मासिस्ट से अलग-अलग जानकारी ली। हालांकि यहां आइडी लॉक होने से इनकार किया है।
जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में एक सेवानिवृत चिकित्सक ने आरजीएचएस से दवा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर पर करीब एक घंटे इंतजार किया। यहां नेटवर्क की समस्या के चलते रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। वे बैरंग लौट आए।
निजी अस्पतालों में आरजीएचएस के तहत निर्धारित राशि तक ही एक बार में दवा ले सकेंगे। विभाग के आदेश हैं।
डॉ. ज्योत्सना रंगा, सीएमएचओ अजमेर