पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसे अलग कमरा देने की बात कही थी, लेकिन 12 जून को एक ही कमरे में अपने साथ रखा। फिर 15 जून की रात राहुल, गिरधारी चौधरी व उसके साथियों ने उसके साथ बलात्कार किया।
अजमेर. रोजगार की तलाश में शहर आई छात्रा से पहचान और हमदर्दी जता उसे साथ रखने का झांसा देकर सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोपियों के चंगुल से निकली छात्रा शहर छोड़ गई, लेकिन आरोपी उसे पुलिस में शिकायत नहीं करने के लिए धमकाते रहे। आरोपियों के डर व कामकाज की तलाश में पीडि़ता भटकती रही। उसने बुधवार दोपहर एएसपी (सिटी) दुर्गसिंह राजपुरोहित को आपबीती सुनाई। राजपुरोहित के आदेश पर क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस ने सामूहिक बलात्कार का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार रोजगार की तलाश में अजमेर आई पीडि़ता ने बताया कि वह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। परिवार की आर्थिक तंगी के चलते वह 26 जनवरी को काम की तलाश में आई। उसे फॉयसागर रोड स्थित एक होटल में हाउस कीपिंग का काम मिल गया। उसे प्रतिमाह 10 हजार रुपए मिलते थे, लेकिन होटल का माहौल ठीक नहीं होने से उसने नौकरी छोड़ दी। गत 12 जून को उसके गांव के पास का रहने वाला गिरधारी चौधरी मिला।
उसने उससे हमदर्दी दिखाते हुए जब तक नया काम नहीं मिल जाता तब तक उनके साथ रहने की बात कही। गिरधारी ने कहा कि लोहागल रोड स्थित रेजीडेंसी में फ्लैट है। इसमें दो कमरे खाली हैं। वह उसे खाली कमरे में रुकवा देगा। उसके विश्वास में आकर वह फ्लैट में चली गई। वहां उसने राहुल चौधरी, राजवीर व हेमू नाम के युवक से मिलवाया। उन्होंने कहा कि वे सब साथ रहते हैं। वह 12 जून को उनके फ्लैट में रुकी।
पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसे अलग कमरा देने की बात कही थी, लेकिन 12 जून को एक ही कमरे में अपने साथ रखा। फिर 15 जून की रात राहुल, गिरधारी चौधरी व उसके साथियों ने उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने उसे कमरे में बंधक बना लिया। उसे कमरे से बाहर नहीं निकलने देते थे। वह उनसे झूठ बोलकर दिल्ली चली गई।
पीडि़ता ने रिपोर्ट में बताया कि वह दिल्ली से लौटकर शहर के एक रेस्टोरेंट में काम करने लगी। आरोपी उसे अलग-अलग नम्बर से कॉल कर धमकाने लगे। उसे पुलिस में शिकायत करने पर उठा ले जाने और जान से मारने की धमकी देते थे। उसे सोशल मीडिया पर वॉइस मैसेज भेजकर परेशान करने लगे। उसने आरोप लगाया कि आरोपी शहर में देहव्यापार में लिप्त हैं। उस पर भी उनके गंदे धंधे में शामिल होने का दबाव बना रहे हैं। आरोपियों की आपराधिक प्रवृत्ति के चलते पूर्व में मामला दर्ज नहीं करवा सकी। पीडि़ता के कपड़े व शैक्षणिक दस्तावेज आरोपियों के कब्जे में हैं।