सेवानिवृत्तियों और पदोन्नति के चलते सब इंस्पेक्टर के करीब 1 हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं। वर्ष 2021 की सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक कांड, डमी अभ्यर्थियों के परीक्षा में बैठाने के चलते विवादों में है।
युवाओं को नई सब इंस्पेक्टर भर्ती का इंतजार है। साल 2021 की भर्ती पेपर लीक और फर्जीवाड़े के चलते सुर्खियों में है। विवादों के चलते तीन साल से सरकार, गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय ने नई भर्ती पर कोई फैसला नहीं लिया है।
1949 में गठित राजस्थान लोक सेवा आयोग ही सब इंस्पेक्टर-प्लाटून कमांडरों की भर्ती परीक्षा कराता है। यह सिलसिला 2021 की भर्ती परीक्षा तक जारी। इसके तहत आयोग ने पुलिस में 859 की भर्ती परीक्षा कराई थी।
2021 में पुलिस में सब इंस्पेक्टर के 2100 पदों में से 1200 पद रिक्त थे। इसकी एवज में कार्मिक-गृह विभाग ने 859 एसआई-प्लाटून कमांडर की भर्ती आयोग को भेजी थी। इससे पहले 2016 में 511 उप निरीक्षकों की अभ्यर्थना भेजी गई थी। 2021 के बाद से तीन साल में सरकार, कार्मिक और गृह विभाग ने सब इंस्पेक्टर की नई भर्ती अभ्यर्थना जारी नहीं की है।
सेवानिवृत्तियों और पदोन्नति के चलते सब इंस्पेक्टर के करीब 1 हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं। वर्ष 2021 की सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक कांड, डमी अभ्यर्थियों के परीक्षा में बैठाने के चलते विवादों में है। एसओजी ने आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राइका और उसके पुत्र-पुत्री सहित 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। आयोग का निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा पेपर लीक का मास्टर माइंड था।
हजारों युवाओं को सब इंस्पेक्टर भर्ती का इंतजार में है। 30 प्रतिशत अभ्यर्थी ओवरएज होने के कगार पर हैं। पेपर लीक और उसके बाद हुई दर्जनों गिरफ्तारियों के बाद आरपीएससी ने बीते तीन साल में भर्ती परीक्षाओं की सुरक्षा को लेकर कई नवाचार किए हैं। लेकिन सरकार और गृह विभाग ने नई सब इंस्पेक्टर भर्ती की अभ्यर्थना जारी नहीं की है।
साल 2016 में उपनिरीक्षक के 147, उपनिरीक्षक (आई.बी.) के 65 और प्लाटून कमांडर (आरएसी) के 114 और उप निरीक्षक एमबीसी के 4 पद (कुल 330) शामिल थे। आयोग ने 511 पदों के लिए 7 अक्टूबर 2018 को परीक्षा कराई। इसके बाद 8 जुलाई से 27 अगस्त 2020 तक साक्षात्कार कराए गए थे। भर्ती चार साल में पूरी हुई थी।