राज्य के सरकारी और निजी कॉलेजों में ग्रीष्मकालीन शैक्षिक अवकाश घोषित कर दिए गए हैं। हालांकि सेमेस्टर कक्षाएं-परीक्षाओं के चलते प्राचार्य आवश्यकतानुसार शिक्षकों को रोक सकेंगे।
राज्य के सरकारी और निजी कॉलेजों में ग्रीष्मकालीन शैक्षिक अवकाश 1 मई से प्रारंभ होंगे। प्रथम वर्ष में सेमेस्टर कक्षाएं-परीक्षाओं के चलते प्राचार्य आवश्यकतानुसार शिक्षकों को रोक सकेंगे।
राज्य के कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सत्र 2023-24 से प्रथम वर्ष में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। इसके अन्तर्गत प्रथम वर्ष को छह-छह महीने के दो सेमेस्टर में विभक्त किया गया है। सभी कॉलेज में दिसम्बर से जनवरी-फरवरी के दौरान प्रथम सेमस्टर की परीक्षाएं कराई गईं। अब मई से जुलाई के दौरान द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं चलेंगी।
होंगी द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं
सेमेस्टर सिस्टम के कारण सभी कॉलेज में प्रथम वर्ष के दूसरे सेमेस्टर की क्लास जारी हैं। इस दौरान ही द्वितीय सेमेस्टर की 30 नम्बर के प्रोजेक्ट-आंतरिक मूल्यांकन और 70 नम्बर के थ्योरी पेपर की परीक्षाएं होनी हैं। शैक्षिक अवकाश के दौरान प्राचार्य जरूरत के अनुसार शिक्षकों को रोक सकेंगे।
सभी कॉलेज-यूनिवर्सिटी में प्रतिवर्ष 1 मई से 30 जून तक शिक्षकों-विद्यार्थियों के एकेडेमिक अवकाश होते रहे हैं। सत्र 2024-25 के प्रथम वर्ष के प्रवेश जून में प्रारंभ होंगे। कॉलेज में प्रवेश समितियों का गठन होगा। सभी कॉलेज में इस दौरान प्रशासनिक कामकाज चलेगा। नए शैक्षिक सत्र में कक्षाओं की शुरुआत 1 जुलाई से होगी।