-पीहर पक्ष ने की आत्महत्या के कारण पता लगाने की मांग, आत्महत्या से ढाई घंटे पहले मां से फोन पर की थी बात, पुलिस अनुसंधान में जुटी
अजमेर(Ajmer News). नया बाजार, सरावगी मोहल्ला में संदिग्ध हालात में मृत मिली विवाहिता ने घर और फैक्ट्री के काम के दबाव में आत्महत्या की। वह पति के फैक्ट्री के काम में सहयोग नहीं करने से भी दु:खी थी। यह मौखिक आरोप मंगलवार को अजमेर पहुंचे पीहर पक्ष ने लगाया है। हालांकि उनकी ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई है। उन्होंने पुलिस से मृतका के आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की मांग की। दरगाह थाना पुलिस ने शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजन के सुपुर्द कर दिया।
सहायक उपनिरीक्षक श्यामलाल ने बताया कि नया बाजार, सरावगी मोहल्ला निवासी स्वाति जैन (35) पत्नी विकास जैन ने 15 सितम्बर की दोपहर अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। अजमेर आए मृतका के पिता देवेन्द्र कुमार जैन, भाई अपिल जैन, जीजा चेतन जैन ने आत्महत्या के कारण की निष्पक्ष जांच की मांग की।
मुरैना के पोरसा निवासी देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि स्वाति का विवाह 2011 में अजमेर निवासी विकास जैन से हुआ। उसकी दो बेटियां हैं। कोविड के बाद स्वाति ने माखुपुरा में डिस्पोजल गिलास की फैक्ट्री शुरू की थी। उनका आरोप है कि विकास पहले फैक्ट्री में मदद करता था लेकिन कुछ समय बाद सारा कामकाज स्वाति के भरोसे छोड़ दिया। उसने घर, परिवार, बेटियों के साथ फैक्ट्री का जिम्मा उठा रखा था। बहनोई चेतन जैन ने आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की।
भाई अपिल जैन ने बताया कि 15 सितम्बर को बहन स्वाति ने मां मंजू जैन से दोपहर 12 बजे फोन पर बातचीत की थी। उसने मां को बताया कि उसे घर, बच्चों के साथ फैक्ट्री का कामकाज देखना पड़ रहा है। इससे काफी परेशान है। यह भी कहा कि पति विकास दिनभर मोबाइल फोन पर व्यस्त रहते हैं। बेटियों की पढ़ाई भी उसे ही देखनी पड़ती है। मां से बात करने के ढाई घंटे बाद उनको स्वाति के सुसाइड करने की सूचना मिली। कामकाज से परेशान थी या कोई अन्य कारण था, पुलिस निष्पक्षता से पड़ताल करे।
विवाहिता की संदिग्ध हालात में आत्महत्या का मामला दर्ज किया है। पीहर पक्ष की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन के सुपुर्द कर दिया है। आत्महत्या के कारणों का अनुसंधान में खुलासा होगा।-लक्षमणराम चौधरी, सीओ दरगाह