अलवर शहर में चंडीगढ़ के रॉक गार्डन की तर्ज पर अलवर दर्शन पार्क बनने जा रहा है। इसका खाका नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने तैयार कर लिया है। यह वेस्ट मटेरियल से तैयार किया जाएगा। इसका प्रस्ताव 4 सितंबर को यूआईटी ट्रस्ट की बैठक में लाया जाएगा।
अलवर शहर में चंडीगढ़ के रॉक गार्डन की तर्ज पर अलवर दर्शन पार्क बनने जा रहा है। इसका खाका नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने तैयार कर लिया है। यह वेस्ट मटेरियल से तैयार किया जाएगा। इसका प्रस्ताव 4 सितंबर को यूआईटी ट्रस्ट की बैठक में लाया जाएगा।
यह शहर के लिए बड़ी सौगात होगी। इसी तरह नेहरू गार्डन में दिव्यांग बच्चों के खेलने के लिए ऑल एबिलिटी पार्क बनाने की तैयारी है। चंडीगढ़ में वेस्टेज सामग्री से दो प्रमुख पार्क बने हैं, जिनकी थीम वेस्ट टू वंडर पार्क रखी गई है। यह औद्योगिक और अन्य अपशिष्ट उत्पादों से बनी संरचनाओं के लिए जाने जाते हैं। प्रसिद्ध रॉक गार्डन को फेंकी हुई वस्तुओं, औद्योगिक व घरेलू कचरे से बनाया गया है। हमारे दर्शन पार्क में भी यही होगा।
घरों से निकलने वाली वेस्ट सामग्री को एकत्रित किया जाएगा। भवनों से जो सामग्री हटा दी जाती है या संग्रहालयों में जिनका प्रयोग नहीं हो रहा है, उनका प्रयोग यहां किया जाएगा। चूड़ी से लेकर लकड़ी तक के आइटम का प्रयोग इस पार्क में किया जाएगा। ठोस कचरे से निकलने वाली सामग्री का भी उपयोग होगा। इस तरह स्वच्छता अभियान में भी यह पार्क सहायक होगा। इसे 10 बीघा से ज्यादा एरिया में बनाने की योजना है।
राजस्थान पत्रिका ने शहर के मुख्य एरिया व पटरी पार इलाके के संसाधनों का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसके बाद पर्यावरण व वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने इस एरिया में बालिकाओं के लिए महाविद्यालय की घोषणा कराई। साथ ही 6 सीसी रोड बनवाए। अब उनके प्रस्ताव पर ही यूआईटभ् की बैठक में करीब 25 करोड़ रुपए इसी एरिया के विकास के लिए मंजूर होने जा रहे हैं। मूंगस्का, टाइगर कॉलोनी, जनता कॉलोनी समेत आधा दर्जन कॉलोनियों में सड़कें बनेंगी। जलभराव से निपटने के लिए नालों का निर्माण होगा।
नेहरू पार्क में सामान्य बच्चों के खेलने के आइटम आदि हैं, लेकिन दिव्यांग बच्चों को सुविधाएं नहीं मिल पाती। इसे देखते हुए ऑल एबिलिटी पार्क तैयार होगा। यह कार्य अगले 6 माह में पूरा करने की योजना है। सामान्य बच्चों के मनोरंजन की सामग्री यहां बढ़ाई जाएगी।
विज्ञान नगर, शालीमार नगर में सीवरेज लाइन डाली जाएगी। साथ ही नालों का विकास होगा।
अंबेडकर नगर के एन और एम ब्लॉक में सीवरेज लाइन डाली जाएगी। यहीं पर बड़ा नाला बनेगा।
हनुमान सर्किल के पास बड़े नाले का निर्माण होगा।
कटीघाटी में बनाए गए द्वार से भी भव्य प्रवेशद्वार बहरोड़ व तिजारा मार्ग पर बनाए जाएंगे।
यूआईटी अपने कार्यालय के अलावा प्रताप ऑडिटोरियम का जीर्णोद्धार करवाएगी।
शहर के विभिन्न पार्कों का विकास होगा। बच्चों के खेलने की सामग्री लगाई जाएंगी।