अलवर नगर निगम क्षेत्राधिकार में अगले सप्ताह तक 6 और गांव शामिल हो जाएंगे। प्रदेश सरकार परिसीमन के प्रस्ताव पर मुहर लगा देगी। अब निगम इन गांवों को शहर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सर्वे की तैयारी कर रहा है।
अलवर नगर निगम क्षेत्राधिकार में अगले सप्ताह तक 6 और गांव शामिल हो जाएंगे। प्रदेश सरकार परिसीमन के प्रस्ताव पर मुहर लगा देगी। अब निगम इन गांवों को शहर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सर्वे की तैयारी कर रहा है। बिजली, पानी, सड़क से लेकर रोड लाइट आदि की सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा निगम अपने संसाधनों के जरिए यहां से खजाना भी भर सकता है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने नगर निगम का परिसीमन वर्ष 2019 में कराया था। उस समय वार्डों की संख्या बढ़ाकर 65 की गई थी। जैसे ही भाजपा की सरकार बनी, तो अब उन्होंने अपने हिसाब से परिसीमन का आधार तैयार किया। वार्डों की संख्या बढ़ाकर 65 से 70 कर दी, लेकिन विरोध हुआ, तो सरकार ने प्रस्ताव लौटा दिया।
सरकार ने इसमें संशोधन करके 65 वार्ड के अनुसार प्रस्ताव दोबारा मांगा, जो भेज दिया गया। इसमें नंगला समावदी, दिवाकरी, बेलाका, लिवारी और भाखेड़ा गांव शहर में शामिल हो जाएंगे। इन गांव की जनसंख्या करीब 21 हजार है। इन्हें अलग-अलग वार्डों में शामिल किए जाने की योजना है। इन गांवों में अभी गांव जैसी ही सुविधाएं हैं। ऐसे में लोग शहर जैसा अनुभव करें, इसके लिए नगर निगम सर्वे करवाएगा।
नगर निगम ने वर्ष 2019 में परिसीमन के जरिए कई गांव शहर में शामिल किए थे, लेकिन उनका कायाकल्प अभी नहीं हो पाया। इसकी शिकायतें कई आ चुकी हैं। ऐसे में वर्तमान में शामिल होने वाले गांवों के लोग चाहते हैं कि सर्वे के बाद गांवों में नगर निगम विकास कराए।
नगर निगम परिसीमन का प्रस्ताव जल्द ही पास होने वाला है। शहरी क्षेत्र में आने वाले गांवों में सुविधाएं देने के लिए सर्वे कराएंगे। - जीतेंद्र सिंह नरूका, आयुक्त