अलवर नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने इंदिरा गांधी स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बनाने के लिए टेंडर लगा दिए हैं। 12 सितंबर को टेंडर खुलेगा और उसी माह में काम शुरू होगा।
अलवर नगर विकास न्यास (यूआईटी) ने इंदिरा गांधी स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बनाने के लिए टेंडर लगा दिए हैं। 12 सितंबर को टेंडर खुलेगा और उसी माह में काम शुरू होगा। एक्सईएन कुमार संभव अवस्थी ने बताया कि वर्कऑर्डर के चार से छह माह में ट्रैक का निर्माण पूरा हो जाएगा।
अलवर ने एक से बढ़कर एक धावक दिए हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। यह सभी खिलाड़ी मिट्टी के मैदान पर दौड़ते हुए बुलंदियों तक पहुंचे। जैसे ही अंतरराष्ट्रीय एथलीट प्रतियोगिताओं में सिंथेटिक ट्रैक का प्रयोग शुरू हुआ तो अलवर के खिलाड़ी पिछड़े। क्योंकि खिलाड़ियों ने खेतों की पगडंडियों पर दौड़ लगाई।
सिंथेटिक ट्रैक पर दौड़ने का अनुभव नहीं था। इसी को देखते हुए अलवर के कई खिलाड़ियों ने दूसरे जिलों या राज्यों में खेल कोटे के तहत प्रवेश लिया ताकि वहां सिंथेटिक ट्रैक पर दौड़ सकें। इन खिलाड़ियों के पलायन का मामला राजस्थान पत्रिका ने उठाया तो नेताओं ने गंभीरता से लिया और इनकी सिफारिश पर प्रदेश सरकार ने बजट घोषणा में ट्रैक मंजूर कर दिया। इस कार्य के लिए 663 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं।
यूआईटी से सिंथेटिक ट्रैक बनाने के लिए टेंडर लगवा दिया है। जल्द काम शुरू होगा ताकि खिलाड़ियों को लाभ मिल सके। अन्य बजट घोषणाओं पर भी तेजी से काम चल रहा है - संजय शर्मा, वन राज्यमंत्री