पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) जयपुर की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने खैरथल-तिजारा जिले के मुण्डावर थाने के 20 हजार के इनामी वांटेड वीरेन्द्र कुमार उर्फ बबली जाट को फिल्मी अंदाज में पकड़ा है। आरोपी सवा साल से पुलिस को गच्चा दे रहा था।
पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) जयपुर की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने खैरथल-तिजारा जिले के मुण्डावर थाने के 20 हजार के इनामी वांटेड वीरेन्द्र कुमार उर्फ बबली जाट को फिल्मी अंदाज में पकड़ा है। आरोपी सवा साल से पुलिस को गच्चा दे रहा था। बहरोड़ के जागुवास निवासी बबली जाट के खिलाफ बहरोड़ और हरियाणा के नांगल चौधरी थाने में 8 केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, जानलेवा हमला, अपहरण, वसूली, धमकी और मारपीट के गंभीर अपराध शामिल हैं।
एडीजी दिनेश एम.एन. ने बताया कि एजीटीएफ के एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में टीम इनामी व कुख्यात वांटेड अपराधियों की तलाश में जुटी है। टीम आरोपी बबली जाट की तलाश में जुटी थी, तभी सूचना मिली कि आरोपी मुण्डावर मोड़ से बहरोड़ की तरफ निजी वाहन से जा रहा था। सूचना मिलते ही कांस्टेबल सुधीर ने अपने अन्य साथियों को सूचना देकर उसका पीछा किया। आरोपी को इसकी भनक लग गई और वह बहरोड़ के कुंड रोड स्थित एक निजी हॉस्पिटल में घुस गया।
कांस्टेबल सुधीर भी उसके पीछे-पीछे हॉस्पिटल में घुस गया। हॉस्पिटल में आरोपी बबली जाट ने हंगामा कर दिया और अपने साथियों को कॉल कर बुलाने लगा। तभी कांस्टेबल सुधीर उससे भिड़ गया। इस दौरान आरोपी ने छूटने का प्रयास किया, लेकिन उसी समय कांस्टेबल मनोज भी वहां पहुंच गया और दोनों कांस्टेबल ने आरोपी को पकड़ लिया। सूचना पर बहरोड़ पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। आरोपी को हिरासत में लेकर खैरथल-तिजारा जिले की मुण्डावर थाना पुलिस को सौंप दिया।
एएसपी सिद्धांत शर्मा ने बताया कि 11 अप्रेल 2024 को सोड़ावास सरपंच सीमा देवी के पति सरजीत चौधरी ने मुण्डावर थाने में रिपोर्ट दी, जिसमें बताया कि 11 अप्रेल को 8-9 बदमाश उनके घर आए और अंधाधुंध फायरिंग की। यह कहते हुए कि मेरा नाम जीतू खर्मपुर है और घर के बाहर खड़ी गाड़ी पर तीन-चार फायर किए। पीड़ित ने बबली जाट, शशि पंडित, मनोज फौजी, राकेश जाट और तीन-चार अन्य के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी थी। आरोपियों ने सोड़ावास बस स्टैंड पर दो दुकानों के मामले में पहले भी पीड़ित पर हमला किया था।