अलवर

वन क्षेत्रों में प्लास्टिक के प्रयोग पर लगाया बैन, सख्ती से होगी पालना

वन विभाग ने राष्ट्रीय उद्यान, टाइगर रिजर्व, वन्यजीव अभयारण्य और कन्जर्वेशन रिजर्व में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब इन क्षेत्रों में प्लास्टिक या पॉलीथिन कैरी बैग्स, पाउच व प्लास्टिक के बोतल, कैन्स व सभी प्रकार के प्लास्टिक पैकिंग में उपलब्ध खाद्य सामग्री नहीं ले जाई जा सकेगी।

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May 01, 2024

अलवर.

वन विभाग ने राष्ट्रीय उद्यान, टाइगर रिजर्व, वन्यजीव अभयारण्य और कन्जर्वेशन रिजर्व में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब इन क्षेत्रों में प्लास्टिक या पॉलीथिन कैरी बैग्स, पाउच व प्लास्टिक के बोतल, कैन्स व सभी प्रकार के प्लास्टिक पैकिंग में उपलब्ध खाद्य सामग्री नहीं ले जाई जा सकेगी। इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के तहत यह आदेश जारी किए हैं। जिसमें सभी प्रभारी अधिकारियों को इस आदेश की सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए गए हैं।

अलवर के भूरासिद्ध हनुमान मंदिर के पास पिछले दिनों चार सांभर की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम में इन सभी सांभर के पेट में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक मिली थी, जिसे मौत की वजह माना गया था। राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता के साथ इस खबर को प्रकाशित किया था, जिसके बाद यहां सफाई अभियान चलाया गया और यहां गार्ड भी नियुक्त किए गए है, जो लोगों को प्लास्टिक के प्रयोग करने से रोक रहे हैं।

विभाग ने आदेश में यह लिखा
-टिकट खिड़की, प्रवेश द्वार, धार्मिक स्थल पर हिन्दी व अंग्रेजी में प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने के साइन बोर्ड लगाए जाएं
-गाइड, रिक्शा चालक, जीप-जिप्सी-कैंटर के चालक, होटल मैनेजर या मालिक के साथ संस्था व ट्रस्टों के प्रतिनिधियों को इस आदेश की जानकारी दें, ताकि वे पर्यटकों को इसके बारे में बताएं
-होटल मैनेजर व मालिकों से संपर्क करें, ताकि वे अपने रिसेप्शन पर प्लास्टिक प्रतिबंध की सूचना प्रदर्शित करें, ताकि पर्यटक को होटल में ही इसकी जानकारी मिल सके
-राष्ट्रीय उद्यान, टाइगर रिजर्व, वन्यजीव अभयारण्य और कन्जर्वेशन रिजर्व में प्रवेश से पहले ही पर्यटकों को जानकारी दी जाए, ताकि वे प्रतिबंधित सामग्री अंदर नहीं ले जाएं

Published on:
01 May 2024 10:49 pm
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