अलवर

क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर दे रहे दुर्घटना को आमंत्रण, प्रशासन का नहीं नियंत्रण

निजी वाहनों का अवैध रूप से सवारियों को लाने ले जाने में हो रहा उपयोग, परिवहन विभाग की उदासीनता से हौसले बुलंद

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Apr 07, 2025

खेरली. जब कोई दुर्घटना हो जाती है तो प्रशासन एवं अधिकारियों को समस्त नियम व कानून याद आ जाते हैं। वैसे आमदिनों में यातायात के नियमों का सरेआम उल्लंघन उन्हें दिखाई नहीं देता। समय रहते इन पर कार्रवाई नहीं की जाती है। क्षेत्र में काफी समय से निजी वाहनों का उपयोग अवैध रूप से सवारियों को ढोने में धड़ल्ले से हो रहा है। जिनमें क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर निरंतर दुर्घटनाओं को आमंत्रण दिया जा रहा है। आरोप है कि परिवहन विभाग की उदासीनता के कारण ही अवैध रूप से सवारियां ढोने वालों के हौसले बुलंद है। संबंधित थाना पुलिस परिवहन विभाग को कार्रवाई करने की कहकर पल्ला झाड़ लेती है। आरोप है कि मंथली का खेल इन वाहनों को इस तरह अवैध संचालन की छूट देता है, जिससे यह बेखौफ सड़क पर दौड़ते रहते हैं।

कस्बा खेरली में कठूमर रोड, पुराने बस स्टैंड से कई ऐसे निजी वाहन हैं, जिनमें बस, टेम्पो, मारुति वेन आदि नगर, कठूमर, लक्ष्मणगढ़, नदबई के लिए आती जाती रहती हैं। अग्रसेन सर्किल एवं हिंडौन फाटक से खेरली मोड़, महुआ, भुसावर के लिए इस तरह के अवैध वाहन चल रहे हैं। इनमें अवैध रूप से एलपीजी गैस से चल रही मारुति वेन तो प्रतिदिन नजर आती है, जबकि ऐसे वाहन बढ़ते तापमान में कई बार खड़े-खड़े ही आग का गोला बन चुके हैं। ऐसे वाहन चालक लोगों की जान की परवाह नहीं कर रहे। इनमें सफर करने वाले यात्री भी अपने जीवन को जोखिम में डाल रहे हैं।पहले नंबर को लेकर होता रहता है झगड़ा

जानकारी के अनुसार इन वाहन चालकों में पहले नंबर के चक्कर में कई बार झगड़ा भी हो जाता है। आए दिन विवाद की शिकायते आती रहती हैं। ये सभी वाहन सरकारी रोडवेज बस के समय से 5 मिनट पहले उनके आगे चलते हैं। सवारियों को कम समय एवं कम किराए का लोभ देकर फंसा लेते हैं तथा बाद में रोडवेज के निकलने के बाद घंटों तक गंतव्य पर पहुंचाने का इंतजार करवाते हैं, जबकि ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन निजी उपयोग के लिए होता है। इसके बाद भी सवारी में इनका उपयोग करते है। टोल टैक्स पर इनका भुगतान निर्धारित होता है, जिसमें इन्हें बिना फास्ट टैग भी कई बार निकलने की छूट होती है। इधर कोई भी जिम्मेदार विभाग इन पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। इनके आगे रोडवेज कर्मचारी भी बेबस हैं। यदि वे कुछ कहते हैं तो ये लोग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। संबंधित पुलिस भी इन पर कार्रवाई से बचती रहती है।

कार्रवाई की जाती हैयात्रियों के परिवहन में चलने वाले अवैध वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। पुलिस भी एमवी एक्ट में कार्रवाई कर सकती है। बस बिना परमिट के नहीं चल सकती। खेरली में इस तरह की कितनी बसों का परमिट है, देखकर बता सकते हैं।

सतीश चौधरी, परिवहन अधिकारी।.................

पुलिस सहयोग प्रदान करेगीइस तरह के मामलों में कार्रवाई तो परिवहन विभाग को करनी चाहिए। उनकी ओर से की गई कार्रवाई में पुलिस सहयोग प्रदान करेगी। वैसे अभियान चलकर एमवी एक्ट में कार्रवाई की जाती है।

धीरेंद्र गुर्जर, थानाधिकारी, खेरली।

Published on:
07 Apr 2025 04:41 pm
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