सकट कस्बा और आसपास के गांवों में बीती रात एक घंटे तक हुई झमाझम बारिश हुई। बारिश का असर पलासन नदी में साफ नजर आया, जहां पानी की तेज आवक के चलते बहाव नारायणपुर गांव तक पहुंच गया।
सकट कस्बा और आसपास के गांवों में बीती रात एक घंटे तक हुई झमाझम बारिश हुई। बारिश का असर पलासन नदी में साफ नजर आया, जहां पानी की तेज आवक के चलते बहाव नारायणपुर गांव तक पहुंच गया। बारिश के बाद नदी में पानी की लगातार आवक से बीधोता, पाई का गुवाड़ा, नाथलवाड़ा, सकट और नारायणपुर गांवों में बने दर्जनों एनिकट भर गए।
पानी लबालब होने पर इन पर चादर चल पड़ी। ग्रामीणों के लिए यह दृश्य खुशी लेकर आया क्योंकि लंबे समय से सूख चुके एनिकट और तालाब अब जीवनदायिनी बन रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पलासन नदी में 2024 में 13 साल बाद पानी आया था। जिससे क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सूखे पड़े कुएं और बोरिंग फिर से पानी देने लगे थे।
इस साल भी हुई अच्छी बारिश से नदी में भरपूर पानी आने पर भूजल स्तर में सुधार की उम्मीद है। पलासन नदी में लगातार पानी आने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि इस बार की बारिश से पीने के पानी और सिंचाई दोनों की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।