प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट से किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। लागत मूल्य तक न मिलने से किसान आर्थिक संकट में फंसते जा रहे हैं।
प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट से किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। लागत मूल्य तक न मिलने से किसान आर्थिक संकट में फंसते जा रहे हैं। अपनी आवाज बुलंद करने के लिए किसान महापंचायत ने आज खैरथल कृषि उपज मंडी प्रांगण में धरना प्रदर्शन दिया।
किसान महापंचायत के खैरथल-तिजारा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से प्याज के भाव लागत से भी नीचे चल रहे हैं, जिससे किसान अपनी मेहनत के उचित मूल्य से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के धैर्य की अब सीमा टूट चुकी है, इसलिए मंडी सचिव कार्यालय के सामने सुबह 11 बजे से धरना प्रदर्शन दिया गया। इसके बाद अति. जिला कलक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया।
इस धरने में जिलेभर के किसान, ग्राम समितियों के अध्यक्ष, महामंत्री, तहसील स्तरीय पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम में किसानों की मुख्य मांग प्याज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू करने की रहेगी। इसके साथ ही प्याज खरीद के लिए स्थायी मंडी की व्यवस्था, भंडारण की उचित सुविधा और बिचौलियों पर रोक जैसे मुद्दों पर भी रणनीति बनाई गई ।
धरना स्थल पर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहतास बोहरा, प्रदेशाध्यक्ष मुसद्दीलाल यादव और प्रदेश मीडिया प्रभारी सुरेश बिजारनिया विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। महापंचायत का कहना है कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन को प्रदेश स्तर तक विस्तार दिया जाएगा।