सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव बुधवार को श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शहर के स्कीम नंबर दो स्थित गुरुद्वारे में मुख्य आयोजन हुआ।
सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव बुधवार को श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शहर के स्कीम नंबर दो स्थित गुरुद्वारे में मुख्य आयोजन हुआ।
गुरुद्वारे में अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद कीर्तन दरबार सजाया गया, जिसमें कथा वाचक रणजीत सिंह और रामसिंह मिशनरी ने गुरु नानक देव जी के उपदेशों और जीवन संदेशों पर प्रकाश डाला। कीर्तन के दौरान संगत भावपूर्ण तरीके से गुरु वाणी में लीन रही।
प्रकाशोत्सव के अवसर पर गुरुद्वारे को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया। श्रद्धालुओं के बैठने और लंगर की व्यवस्था के लिए सेवादारों को नियुक्त किया गया था। लंगर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरु नानक देव जी के उपदेशों — “नाम जपो, किरत करो और वंड छको” — को याद करते हुए संगत ने आपसी प्रेम, सेवा और समानता का संदेश फैलाने का संकल्प लिया।