लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा जैसे सक्रिय गैंग अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए 18 से 25 आयु वर्ग के युवाओं को लगातार जोड़ रहे हैं। एक इशारे पर बड़ी वारदात करवाने की मंशा से इन युवाओं को गैंग में शामिल किया जा रहा है।
बहरोड़। कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस जिले में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय व अंतर्राज्यीय गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इन दिनों पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा रहे बदमाशों में अधिकांश की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच पाई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। जिले में लॉरेंस, रोहित गोदारा, कौशल, विक्रम उर्फ लादेन और महाकाल सहित कई गैंग सक्रिय हैं, जो आए दिन फायरिंग, लूट, अपहरण और अवैध वसूली जैसी वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
जिले में सक्रिय गैंग अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए 18 से 25 आयु वर्ग के युवाओं को लगातार जोड़ रहे हैं। एक इशारे पर बड़ी वारदात करवाने की मंशा से इन युवाओं को गैंग में शामिल किया जा रहा है, ताकि अपराध को अंजाम देने के बाद पुलिस के लिए यह पता लगाना मुश्किल हो जाए कि घटना किस गैंग ने की है। हाल ही में पुलिस ने रोहित गोदारा, लॉरेंस और विक्रम उर्फ लादेन गैंग के कई बदमाशों को गिरफ्तार किया, जिनमें से अधिकतर की उम्र 18-25 वर्ष के बीच है। पुलिस ने इनके पास से अवैध हथियारों का बड़ा जखीरा भी बरामद किया।
गैंगस्टर सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को लुभा रहे हैं। हथियारों के साथ फोटो और वीडियो डालकर वे युवाओं को प्रभावित कर अपनी गैंग में शामिल कर रहे हैं। इतना ही नहीं, जेल में बंद आरोपी भी वहां नए अपराधियों को अपनी गैंग में जोड़ रहे हैं।
युवाओं को गैंग में शामिल करने के लिए बदमाश उन्हें बड़ी-बड़ी बातें और झांसे दे रहे हैं, आलीशान जिंदगी, विदेश में सेटल करवाने तक के सपने दिखाए जा रहे हैं। गैंग में शामिल होने के बाद इन्हीं युवाओं से बड़ी आपराधिक वारदातें करवाई जा रही हैं।
रविवार-सोमवार की रात कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस ने गैंगस्टर विक्रम उर्फ लादेन के ठिकानों पर दबिश दी। कार्रवाई में गैंग से जुड़े 17 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 14 की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच मिली है।
'गैंगस्टर्स को सोशल मीडिया पर फॉलो, लाइक या शेयर करने वालों पर पुलिस की खास नजर है। यदि कोई युवा गैंग में शामिल पाया जाता है, तो उसकी काउंसलिंग करवाई जा रही है। पुलिस युवाओं को सुधारने का अवसर दे रही है, ताकि वे खुद और अपने परिवार की जिंदगी बेहतर बना सकें।' -देवेंद्र बिश्नोई, एसपी, कोटपूतली-बहरोड़