राजस्थानी लोक संगीत जगत के चर्चित कलाकार और भपंग वादक जुम्मे खां का हृदय गति रुकने से निधन हो गया।
राजस्थानी लोक संगीत जगत के चर्चित कलाकार और भपंग वादक जुम्मे खां का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वे अलवर जिले के पिनान गांव के निवासी थे और अपनी विशिष्ट भपंग वादन शैली के लिए प्रदेशभर में पहचान रखते थे। जुम्मे खां पाली जिले में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति दे रहे थे, इसी दौरान उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा।
मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।जुम्मे खां के आकस्मिक निधन की खबर से लोक कलाकारों, संगीत प्रेमियों और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई। वर्षों से वे राजस्थानी लोक संगीत को मंचों के माध्यम से देश-प्रदेश में पहचान दिला रहे थे।
भपंग जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्र को नई पहचान देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनकी प्रस्तुतियों में मरुस्थलीय लोक जीवन की झलक साफ दिखाई देती थी, जिससे दर्शक भाव-विभोर हो जाते थे।रविवार को उनके पैतृक गांव पिनान में नम आंखों के बीच उन्हें मिट्टी दी गई। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण, लोक कलाकार और शुभचिंतक शामिल हुए।
कई कलाकारों और सामाजिक संगठनों ने उनके निधन को राजस्थानी लोक कला के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। जुम्मे खां का जाना लोक संगीत जगत में एक ऐसी रिक्तता छोड़ गया है, जिसे भर पाना कठिन होगा।