पांडुपोल का मेला 26 और लोक देवता भर्तृहरि का मेला 31 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारियां तेज हो गई है। रोडवेज ने भी इन दोनों मेलों के लिए स्पेशल बसें चलाने की घोषणा की है।
पांडुपोल का मेला 26 और लोक देवता भर्तृहरि का मेला 31 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारियां तेज हो गई है। रोडवेज ने भी इन दोनों मेलों के लिए स्पेशल बसें चलाने की घोषणा की है। बसों का संचालन मत्स्य नगर डिपो की ओर से 25 से 31 अगस्त तक किया जाएगा। बसें 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी और यात्रियों को आधे किराया में सफर कराया जाएगा।
मुख्य प्रबंधक कुलदीप शर्मा ने बताया कि 25 अगस्त को सुबह 8 बजे से बस सेवा शुरू होगी। करीब 80 बसों का संचालन किया जाएगा। मत्स्य नगर के अलावा अलवर, तिजारा और कोटपूतली डिपो से अतिरिक्त बसें मंगवाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा मिल सके। भर्तृहरि के लिए अलवर से भर्तृहरि व पांडुपोल के लिए अलवर के अलावा सरिस्का गेट, महवा और टहला से बसें चलाई जाएंगी।
शर्मा ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए अलवर के केंद्रीय बस स्टैंड पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां श्रद्धालुओं को बसों की जानकारी मिलेगी। पांडुपोल में उमरी तिराहा पर अस्थाई बस स्टैंड बनाया जाएगा। अलवर से उमरी तिराहा तक और जयपुर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरिस्का गेट से उमरी तिराहा तक बसें चलाई जाएंगी। भर्तृहरि में भर्तृहरि तिराहा से करीब 300 मीटर पहले अलवर की ओर से अस्थाई बस स्टैंड बनाया जाएगा। अलवर से भर्तृहरि के लिए सीधी बसें चलाई जाएंगी।
शर्मा ने बताया कि मेला स्पेशल बसों में सामान्य यात्रियों को महिलाओं के समान आधा ही किराया चुकाना होगा। इसमें अलवर से भर्तृहरि धाम तक 20, अलवर से उमरी तिराहा तक 35 और सरिस्का गेट से उमरी तिराहा तक 12 रुपए किराया देना होगा।