एनसीआर का सबसे बड़ा चिड़ियाघर अलवर में बनने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने दो करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। वन विभाग इसी माह में टेंडर करने जा रहा है।
एनसीआर का सबसे बड़ा चिड़ियाघर अलवर में बनने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने दो करोड़ रुपए मंजूर कर दिए हैं। वन विभाग इसी माह में टेंडर करने जा रहा है। इसका निर्माण तमिलनाडु के चेन्नई स्थित जू अरिगनार अन्ना जूलॉजिकल पार्क की तरह होगा। पहले चरण में इस कार्य पर 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
चिड़ियाघर 95 हेक्टेयर में बनेगा। इसके लिए सरकार ने 35 हेक्टेयर सिवायचक जमीन कटीघाटी व जयसमंद के आस-पास दे दी है। इस जू में 150 से ज्यादा जानवरों की प्रजातियां होंगी। एनक्लोजर भी बनाए जाएंगे। पक्षियों के लिए अलग से बसेगा होगा। सांप भी कई प्रजातियों के यहां देखने को मिलेंगे। इस चिड़ियाघर में ऐसे पौधे भी होंगे, जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। वन विभाग ने डीपीआर तैयार कर ली है। वन विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि किसी टॉप फर्म का चयन किया जाएगा, जो इस कार्य में महारथ रखती होगी।
कटीघाटी व जयसमंद के आस-पास जितने भी पेड़ हैं, वे काटे नहीं जाएंगे। पेड़ों के बीच से ही रास्ते तैयार होंगे। ज्यादा घनी झाड़ियों को हटाया जा सकता है।
चिड़ियाघर बड़ा प्रोजेक्ट है। प्रदेश सरकार इसके लिए बजट में रकम की घोषणा कर सकती है। बताते हैं कि 25 करोड़ रुपए इस कार्य के लिए कम हैं। ऐसे में पूरी प्रोजेक्ट कॉस्ट को मंजूरी मिल सकती है।