अलवर प्रशासन ने करीब 4 माह पहले ढहलावास, सीरावास, रामनगर व रोगड़ा गांव की 155 हेक्टेयर जमीन का आवंटन निरस्त किया था, लेकिन उस पर कब्जा आज तक नहीं लिया और न ही यह जमीन सरिस्का
अलवर प्रशासन ने करीब 4 माह पहले ढहलावास, सीरावास, रामनगर व रोगड़ा गांव की 155 हेक्टेयर जमीन का आवंटन निरस्त किया था, लेकिन उस पर कब्जा आज तक नहीं लिया और न ही यह जमीन सरिस्का प्रशासन को हैंडओवर की गई। अब इस जमीन पर फिर से कब्जाधारी काबिज हो गए हैं।
इस जमीन पर रबी सीजन की फसलोें की बुवाई की तैयारी चल रही है। इन चार गांवों में करीब 125 बीघा जमीन का आवंटन दो दशक पहले किया गया था, लेकिन यह जमीन सरिस्का के नाम है। इसकी खरीद-फरोत की बात सामने आई, तो मामला प्रशासन के पास पहुंचा और जांच के बाद प्रशासन ने इस जमीन का आवंटन निरस्त कर दिया।
इस जमीन पर प्रशासन को कब्जा लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। गांव के लोगों ने खुद कहा था कि यह जमीन सरिस्का को दे दी जाए, लेकिन अब इस पर फिर खेती की तैयारी की जा रही है। इसी तरह 25 बीघा जमीन ढहलावास में आवंटित थी।
उस जमीन को किसी अन्य लोगों के नाम चढ़ा दिया गया। यह मामला भी प्रशासन के पास पहुंचा तो उन्होंने जमीन के आवंटन की संस्तुति की, लेकिन इस जमीन को भी सरिस्का को नहीं दिया गया। ऐसे में सरिस्का राजस्व बफर की जमीन पर और भी कब्जे की तैयारी की जा रही है।