अलवर के सकट क्षेत्र की ग्राम पंचायत नीमला के रतनपुरा गांव में शुक्रवार सुबह उस समय डर का माहौल पैदा हो गया, जब ग्रामीणों ने एक बाजरे के खेत में करीब 10 फीट लंबा अजगर देखा। अचानक खेत में अजगर दिखने से लोग डरकर इकट्ठे हो गए।
अलवर के सकट क्षेत्र की ग्राम पंचायत नीमला के रतनपुरा गांव में शुक्रवार सुबह उस समय डर का माहौल पैदा हो गया, जब ग्रामीणों ने एक बाजरे के खेत में करीब 10 फीट लंबा अजगर देखा। अचानक खेत में अजगर दिखने से लोग डरकर इकट्ठे हो गए।
ग्रामीण नेमी नीमला ने तुरंत राजगढ़ के सोनू कोली और सतीश को सूचना दी। दोनों ने मौके पर पहुंचकर सावधानीपूर्वक अजगर का रेस्क्यू किया और उसे सुरक्षित राजगढ़ क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय लाया गया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी राहुल फौजदार की देखरेख में अजगर का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। इसके बाद उसे राजगढ़ वन क्षेत्र में उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।
वन अधिकारी राहुल फौजदार ने सोनू कोली और उनकी टीम के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि वन्यजीव संरक्षण में जागरूक नागरिकों का सहयोग बेहद अहम है। साथ ही ग्रामीणों से अपील की कि यदि किसी को कोई वन्यजीव संकट में दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें, ताकि समय रहते उन्हें सुरक्षित किया जा सके।