गेहूं भी मंडियों में आना शुरू होगा, ऐसे में 150 से 200 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम और कम हो सकते हैं। उधर, गेहूं के दामों में गिरावट के चलते आटा के दाम भी 4 रुपए प्रति किलो तक कम हो गए हैं। ऐसे में गरीब का निवाला सस्ता हो गया है।
अलवर कृषि उपज मंडी में नए गेहूं की आवक से पहले ही दामों में नरमी देखने को मिल रही है। होली के बाद लगातार गेहूं के भाव गिरते जा रहे हैं। बीते तीन दिन में 400 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट देखने को मिली है। कुछ दिनों में अलवर का स्थानीय गेहूं भी मंडियों में आना शुरू होगा, ऐसे में 150 से 200 रुपए प्रति क्विंटल तक दाम और कम हो सकते हैं। उधर, गेहूं के दामों में गिरावट के चलते आटा के दाम भी 4 रुपए प्रति किलो तक कम हो गए हैं। ऐसे में गरीब का निवाला सस्ता हो गया है।
दरअसल, मध्य प्रदेश से गेहूं की आवक शुरू हो गई है। यह गेहूं सीधे आटा मिल संचालक खरीद रहे हैं। ऐसे में मंडियों से गेहूं का उठान नहीं हो रहा है। इस वजह से दामों में गिरावट देखने को मिली है। होली से पहले गेहूं 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल था जो घटकर 2600 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। अलवर मंडी में मंगलवार को गेहूं 2550 से 2650 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका।
नए गेहूं का असर आटे पर भी होने लगा है। बीते तीन-चार दिनों में आटे में 4 रुपए प्रति किलो के दाम गिरे हैं। मील व्यापारी अंकेश गोयल ने बताया कि होली से पहले 3400 रुपए प्रति क्विंटल था, लेकिन अब 3000 रुपए क्विंटल तक आ गए हैं। अप्रैल महीने में नए गेहूं की बंपर आवक होने के बाद आटा के भाव 2 से 3 रुपए किलो तक गिर सकते हैं।
सरकार ने समर्थन मूल्य 2425 और राज्य सरकार ने 125 रुपए क्विंटल बोनस देने की घोषणा की है। इस तरह किसान को प्रति क्विंटल गेहूं के 2550 रुपए मिलेंगे। बीते साल मंडी में गेहूं के दाम 2300-2400 रुपए प्रति क्विंटल रह गए थे। इस बार बारिश अच्छी हुई है। साथ ही फसल बुवाई से पकने के दौरान भी मौसम अनुकूल रहा। इस वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि गेहूं की बंपर आवक होगी। इसलिए दाम 2400 से 2500 रुपए रहने की उम्मीद है।