सर्दी के आगमन के साथ ही अलवर शहर के मंदिरों में ठाकुर जी के श्रृंगार और भोग में बदलाव शुरू हो गया है। मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ ही श्रद्धालु अब ठाकुर जी को गर्म वस्त्र पहनाने लगे हैं। शहर के मनु
सर्दी के आगमन के साथ ही अलवर शहर के मंदिरों में ठाकुर जी के श्रृंगार और भोग में बदलाव शुरू हो गया है। मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ ही श्रद्धालु अब ठाकुर जी को गर्म वस्त्र पहनाने लगे हैं। शहर के मनुमार्ग स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में ठाकुर जी को ऊनी शाल ओढ़ाई गई है और कंबल में शयन कराया जा रहा है। मंदिर में इन दिनों ठाकुर जी को गर्माहट देने के लिए केसर वाला दूध, गोंद के लड्डू और बाजरे की खिचड़ी का भोग लगाया जा रहा है।
सुबह-शाम आरती के समय विशेष सुगंधित धूप और देसी घी के दीपक से वातावरण को गरम बनाए रखने की व्यवस्था की गई है। मंदिर पुजारी ने बताया कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जाएगी, ठाकुर जी के वस्त्रों में ऊनी कपड़ों का उपयोग और बढ़ा दिया जाएगा। भक्त भी इस मौसम में विशेष भोग और सेवा के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।