अंबिकापुर

Bye-Bye 2024: हवाई सेवा की मिली खुशी तो कुछ बड़ी घटनाओं ने झकझोर दिया, 300 लोगों की गई जान

Bye-Bye 2024: वर्ष 2024 में अविभाजित सरगुजा के हिस्से में कुछ खुशियां आईं तो कुछ घटनाएं प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में रहीं, वहीं सडक़ हादसों में भी 300 से अधिक लोगों ने जान गंवाईं

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Double murder in Surajpur

अंबिकापुर. वर्ष 2024 की विदाई में चंद घंटे ही शेष (Bye-Bye 2024) हैं। रात 12 बजते ही नए वर्ष की शुरूआत हो जाएगी। लोग नए साल में सपनों को पूरा करने में जुट जाएंगे। बात करें वर्ष 2024 की तो अविभाजित सरगुजा में कई छोटी-बड़ी उपलब्धियां रहीं हंै। दशकों की बहुप्रतिक्षित मांगें अंबिकापुर से हवाई सफर की शुरूआत, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की घोषणा व सूरजपुर जिले में केन्द्रीय विद्यालय की घोषणा सहित अन्य उपलब्धियां रहीं हैं। उपलब्धियों के साथ छोटी-बड़ी क्राइम की घटनाओं ने भी लोगों को झकझोर कर रख दिया।

क्राइम की बात करें तो सूरजपुर जिले में हेड कांस्टेबल की पत्नी व बेटी की निर्मम हत्या से पूरे छत्तीसगढ़ सहम गया था। इसी तरह बलरामपुर जिले में युवक की कस्टोडियल डेथ (Bye-Bye 2024) से पूरे लोगों में आक्रोश था। इस घटना के विरोध में पुलिसकर्मियों पर पथराव किए जाने की भी घटना सामने आई थी,

हालांकि इस घटनाक्रम में एक कड़ी ऐसी भी जुड़ी जिसने लोगों को हैरान कर दिया। दरअसल जिस युवक ने पुलिस कस्टडी में फांसी लगाई, उसकी पत्नी की हत्या उसने अपने पिता व रिश्तेदारों के साथ मिलकर की थी।

इसी तरह सरगुजा जिले में अमृत जल जीवन मिशन के ठेकेदार व उसके सहयोगियों द्वारा राजमिस्त्री की हत्या कर शव को पानी टंकी के नीचे दफन (Bye-Bye 2024) कर दिया गया था, यह वारदात भी प्रदेश स्तर तक चर्चा का विषय बनी रही। इसके अलावा कई सडक़ दुर्घटनाओं में 300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।

Bye-Bye 2024: हवाई सफर की हुई शुरूआत

19 दिसंबर 2024 की तारीख सरगुजा के ऐतिहासिक पन्नों में दर्ज हो गई है। सरगुजा संभाग के लोगों का वर्षों पुराना सपना था, जो वर्ष 2024 में पूरा हो गया। अम्बिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट में एयर स्ट्रीप का उन्नयन भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (Bye-Bye 2024) के अंतर्गत किया गया है।

Air service

यह एयरपोर्ट 365 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 80 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। 21 अक्टूबर 2024 को पीएम नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया था। वहीं यहां से उड़ान की शुरूआत 19 दिसंबर 2024 से हो गई है। उड़ान का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर एयरपोर्ट से हरी झंडी दिखाकर किया था। इसके बाद सांसद चिंतामणि महाराज स्वयं पहले यात्री के रूप में अंबिकापुर आए थे।

अंबिकापुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की घोषणा

एम्स की तर्ज पर अंबिकापुर में भी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की घोषणा (Bye-Bye 2024) शासन द्वारा वर्ष 2024 में की गई है, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज से अलग 5 एकड़ भूमि पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण कराना प्रस्तावित है। इसके लिए 50 करोड़ रुपए बजट में घोषणा की गई है।

वहीं वर्षों पुरानी मांग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमआरआई मशीन उपलब्ध कराई गई है। एमआरआई मशीन का इंस्टॉलेशन हो गया है। वर्ष 2024 में इसकी खरीदी की गई है। सरगुजा संभाग के लोगों को जल्द एमआरआई मशीन की सुविधा मिलेगी।

गोल्ड मेडल जीत किया नाम रोशन

वर्ष 2024 सरगुजा के खिलाडिय़ों के लिए भी विशेष रहा है। कई खिलाडिय़ों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन कर कई मेडल जीतकर जिले का नाम रोशन (Bye-Bye 2024) किया। इसी कड़ी में अंबिकापुर निवासी बास्केटबॉल खिलाड़ी अनामिका चौबे ने राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता राजनांदगांव में गोल्ड मेडल जीत बड़ी उपलब्धि हासिल की।

अनामिका का छत्तीसगढ़ सब-जूनियर बालिका टीम में चयन किया गया था। 49वीं सब-जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप 16 से 22 दिसंबर 2024 में राजनांदगांव में आयोजित की गई थी।

प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में रही ये घटनाएं

संदीप लकड़ा हत्याकांड

जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलजोरा ग्राम में रहने वाले राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की जल जीवन मिशन के ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने साथियों के साथ मिलकर 7 जून 2024 को हत्या (Bye-Bye 2024) कर दी थी। इसके बाद शव को बनने वाली पानी टंकी के नींव में डालकर दफन कर दिया था। संदीप की लाश तीन महीने बाद मिली थी।

इस मामले का खुलासा होने पर जमकर बवाल हुआ था और पुलिस पर काफी दबाव पड़ा था। इस मामले में पुलिस ने एक-एक कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। वहीं मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।

Sandeep Lakra murder case

अक्षत अग्रवाल हत्याकांड

शहर के युवा व्यवसायी अक्षत अग्रवाल की हत्या 20 अगस्त 2024 को कर दी गई थी। उसकी लाश कार में मिली थी। गांधीनगर पुलिस ने मामले में एक आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानु बंगाली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

आरोपी के अनुसार अक्षत ने खुद ही अपनी हत्या (Bye-Bye 2024) के लिए सुपारी दी थी, लेकिन उसकी इस कहानी पर विश्वास नहीं होने पर पुलिस ने आरोपी का नार्को, बे्रन मैपिंग व लाई डिटेक्ट टेस्ट भी कराया है।

Akshat Agrawal murder case

हेड कांस्टेबल की पत्नी व बेटी की हत्या

सूरजपुर जिले में 13 अक्टूबर की रात को दिल दहला दने वाली वारदात (Double murder case) सामने आई थी। सूरजपुर के ही कुख्यात अपराधी कुलदीप साहू ने अपने 4 अन्य साथियों के साथ मिलकर कोतवाली में पदस्थ हेड कांस्टेबल तालिब शेख की पत्नी मेहू फैज व बेटी आलिया शेख की तलवार से नृशंस हत्या कर दी थी।

हत्या कर दोनों के शव को घर से 5 किमी दूर खेत में फेंक दिया था। दोहरे हत्याकांड से पूरा सरगुजा संभाग सहित छत्तीसगढ़ में उबाल था। लोग आक्रोशित थे। मामले (Bye-Bye 2024) में पुलिस ने मुख्य आरोपी कुलदीप साहू, आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, फुल सिंह उर्फ रिन्कू सिंह , चन्द्रकात चौधरी उर्फ सीके, सूरज साहू को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।

Double murder in Surajpur

वहीं लोगों के आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात अपराधी कुलदीप साहू के अवैध मकान-गोदाम पर बुलडोजर भी चलवाया था।

बलरामपुर थाने में कस्टोडियल डेथ केस

बलरामपुर थाना क्षेत्र के संतोषीनगर निवासी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। संदेह के आधार पर पुलिस ने 24 अक्टूबर को महिला के पति गुरुचंद मंडल व उसके पिता शांति मंडल को पुलिस हिरासत में लिया था। इस दौरान गुरुचंद ने बलरामपुर थाने के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या (Custodial death case) कर ली थी।

Custodial death case

इसके बाद परिजन व ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए थाने पर पथराव दिया था। इस घटनाक्रम में तब नया मोड़ आया, जब झारखंड के गढ़वा में पुल के नीचे मिली लाश रीना की निकली। मामले की जांच में पति, ससुर व अन्य लोगों द्वारा ही रीना की हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। इस पर गढ़वा पुलिस ने आरोपी ससुर व अन्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

सडक़ दुर्घटनाओं में 300 से ज्यादा की गई जान

वर्ष 2024 में सडक़ दुर्घटनाएं भी ज्यादा हुर्इं हंै। पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार जनवरी से अब तक लगभग 300 से अधिक लोगों की मौत सडक़ हादसे (Road accident) में हो गई है।

बड़ी सडक़ दुर्घटनाओं की बात करें तो 1 दिसंबर को अंबिकापुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित उदयपुर के पास कार व ट्रक की टक्कर से 5 युवकों की मौत हो गई थी। ये सभी रायपुर के रहने वाले थे। वे 31 दिसंबर की रात को रायपुर से अंबिकापुर मैनपाट घुमने जाने निकले थे।

वहीं राजपुर-कुसमी मार्ग पर स्थित लड़ुवा के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे डबरी में गिर गई थी। इस हादसे में पति-पत्नी, मासूम बेटी सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी। ये सभी दीपावली मनाकर वापस सूरजपुर लौट रहे थे।

वहीं सूरजपुर जिले के प्रतापपुर- अंबिकापुर मार्ग पर स्थित गोटगवां के पास 3 दिसंबर की रात कार और पिकअप में भिड़ंत हो गई थी। दुर्घटना में चार युवकों की मौत (Bye-Bye 2024) हो गई थी। मृतकों में गोवर्धनपुर निवासी प्रियांशु पटेल, दीपक पटेल व पुष्पेन्द्र भाई पटेल शामिल थे।

Road accident


शहर के दो युवकों की मौत

साल बीतते-बीतते 28 दिसंबर की दोपहर कोरबा जिले के बांगो थाना क्षेत्र चोटिया के पास तेज रफ्तार कार सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण (Bye-Bye 2024) थी कि दोनों वाहनों में आग लग गई और कार में सवार अंबिकापुर निवासी शिवम सिंह व उसके दोस्त विकास लकड़ा की जिंदा जलकर मौत हो गई।

Updated on:
31 Dec 2024 07:58 pm
Published on:
31 Dec 2024 07:51 pm
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