Organ donation: अंतरराष्ट्रीय महिला महिला दिवस पर समाज सेविका वंदना दत्ता के नेतृत्व में महिलाओं ने संकल्प लेकर पेश की जनसेवा की मिसाल
अंबिकापुर. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाज सेविका वंदना दत्ता के नेतृत्व में 50 स्थानीय महिलाओं ने अंगदान करने (Organ donation) का संकल्प लिया है। यह पहल समाज में जागरूकता फैलाने और अंगदान के महत्व को समझाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। वंदना दत्ता, जिन्हें सरगुजा में ‘बुआ’ के नाम से जाना जाता है, उन्होंने इस अभियान के माध्यम से महिलाओं को अंगदान के प्रति प्रेरित किया और उन्हें यह समझाया कि एक अंगदान से कई जीवन बचाया जा सकता है।
रेड क्रॉस सोसायटी सरगुजा शाखा के चेयरमैन आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने कहा, महिला दिवस हमें महिलाओं के योगदान को सम्मानित करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन इस वर्ष (Organ donation) हम इसे एक नए दृष्टिकोण से मनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
अंगदान संकल्प (Organ donation) से हम समाज में एक ऐसा संदेश भेज रहे हैं, जिसमें हम न केवल अपनी जिंदगी बल्कि दूसरों की जिंदगी को भी बेहतर बना सकते हैं।
वंदना दत्ता ने इस पहल को लेकर कहा कि महिला दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम समाज के हर हिस्से में बदलाव ला सकते हैं। अंगदान एक ऐसा कार्य है जो केवल जीवन बचाने का काम नहीं करता, बल्कि यह हमारी मानवता का प्रतीक भी है। आज हम संकल्प ले रहे हैं कि यह प्रेरणा दूसरों तक पहुंचाएं c c को एक सामाजिक दायित्व मानकर इसे अपनाएं।
मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में कार्यरत डॉ. काजल पैंकरा, ब्लड बैंक टेक्नीशियन संध्या सिंह, सुमन यादव और ब्लड बैंक काउंसलर अंजुला मिश्रा ने भी रेड क्रॉस सोसायटी सरगुजा शाखा के सहयोग से अंगदान (Organ donation) का संकल्प लिया है।
इन महिलाओं ने साबित कर दिया कि महिला दिवस केवल महिलाओं के अधिकारों और उनके सम्मान का दिन नहीं है, बल्कि यह समाज में एक स्थायी बदलाव लाने और मानवता की सेवा के संकल्प का दिन भी है।
इन्होंने अंगदान का संकल्प लेकर यह संदेश दिया कि रक्तदान और अंगदान केवल एक चिकित्सकीय जरूरत नहीं, बल्कि जीवन को नया अर्थ देने वाली मानवता की सेवा (Organ donation) है।