Leopard skin smuggling: वन विभाग व वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर तस्कर को दबोचा, भेजा गया जेल
अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में वन्य प्राणियों को मारकर उनकी खाल, दांत व नाखूनों की तस्करी जारी है। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही का फायदा उठाकर तस्कर अपने मंसूबे में कामयाब हो रहे हैं। कभी-कभार ही तस्कर पकड़े जा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो व सूरजपुर वन विभाग की संयुक्त टीम ने कुदरगढ़-भैयाथान मार्ग पर तेंदुए की खाल (Leopard skin smuggling) के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। टीम ने उससे खाल जब्त कर उसे जेल भेज दिया है।
वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो व सूरजपुर वन विभाग की टीम को शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति बाइक पर सवार होकर तेंदुए की खाल (Leopard skin smuggling) की बिक्री करने जा रहा है। सूचना पर संयुक्त टीम ने बाइक सवार को कुदरगढ़-भैयाथान मार्ग पर ग्राम चपदा चौक स्थित शिव मंदिर के पास रुकवाया।
जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 1 नग तेंदुए की खाल (Leopard skin smuggling) मिली, जिसे टीम ने जब्त कर लिया। इसके बाद टीम ने सूरजुपर जिले के चांदनी बिहारपुर निवासी विपिन बिहारी गुर्जर पिता अरगु गुर्जर 50 वर्ष गिरफ्तार कर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की। तेंदुए की खाल को सूरजपुर लाया गया और आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
शुक्रवार को अंबिकापुर वन विभाग की टीम ने हाथी दांत की तस्करी करते 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। दोनों अंबिकापुर के प्रतीक्षा बस स्टैंड के पास 2 नग हाथी का दांत लेकर बिक्री के लिए खड़े थे। गौरतलब है कि सरगुजा, बलरामपुर, कोरिया व सूरजपुर जिले में वन्य प्राणियों की तस्करी (Leopard skin smuggling) का खेल जारी है।