Shankaracharya attack on PM Modi: तीन दिवसीय दर्शन, दीक्षा एवं संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होने अंबिकापुर पहुंचे शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे, लेकिन मर्यादा का ज्ञान नहीं रखते
अंबिकापुर। Shankaracharya attack on PM Modi: दर्शन, दीक्षा एवं संगोष्ठी कार्यक्रम में 3 दिवसीय दौरे पर आए शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने शनिवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि गौ-रक्षा के लिए आए मोदी गौ-हत्या के एजेंट हो गए हैं। वे गौ-रक्षा के नाम पर प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री बनने (Shankaracharya attack on PM Modi) के बाद वे गौ रक्षकों को गुंडा कहते हैं। प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे, लेकिन मर्यादा का ज्ञान नहीं रखते हैं।
निश्चलानंद सरस्वती (Shankaracharya attack on PM Modi) ने कहा कि पीएम मोदी ने अमर्यादित ढंग से रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस कारण से वे गिर भी रहे हैं। जहां-जहां राम गए, वहां भाजपा साफ हो गई। जय श्री राम कहना भूल गए।
पहले मोदी की गारंटी कहते थे, अब नीतीश-नायडू की बैसाखी (Shankaracharya attack on PM Modi) पर हैं। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तो कहते थे कि मनमोहन सिंह सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
निश्चलानंद ने कहा कि शिक्षित व्यक्ति नौकर ही बनेगा, चाहे वह राज्यपाल हो या राष्ट्रपति। युवाओं की नौकरी नहीं लगेगी, जमीन पर पांव नहीं जमा पाएगा तो खुदकुशी (Shankaracharya attack on PM Modi) के रास्ते को चुनेगा। उन्होंने कहा गरीबी सरकार ही पालती है, इसका फायदा धर्म विशेष के लोग उठाते हैं।
स्वामी निश्चलानन्द ने मठ व मंदिरों का शासन के हाथों में होने पर क्षोभ व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन्हें हड़पने का सरकार को अधिकार नहीं है। आज स्थिति यह है धर्म स्थलों को पर्यटन स्थल, कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इन जगहों को भोग-विलासता की चीजों से जोड़ा जा रहा है, जो ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत में मंत्री तो बहुत हैं परंतु राजा कौन है, (Shankaracharya attack on PM Modi) इसका पता ही नहीं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के नेता भारत को चाहिए उस प्रकार के नेता प्राप्त नहीं हुए। चुनाव की प्रक्रिया ही ऐसी है जिसमें स्वच्छ शासन तंत्र का मिलना ही कठिन है।