demolition of Jain temple: मुंबई में महानगरपालिका परिषद द्वारा जैन मंदिर गिराए जाने और एमपी के नीमच के संतों पर जानलेवा हमले को लेकर जैनियों ने कलेक्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है।
demolition of Jain temple: मध्य प्रदेश के अशोकनगर में रहने वाले जैन समाज के लोगों में आक्रोश देखने को मिला है। मुंबई में महानगरपालिका परिषद ने बिना कारण के जैन मंदिर तोड़े जाने की घटना, भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा का अनादर व नीमच में जैन साधु-संतों के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर जैन समाज में नाराजगी है। मंगलवार को जैन समाज ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया।
इस दौरान जैन समाज के सभी संगठनों ने सामूहिक रूप से प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और तहसीलदार रोहित रघुवंशी को जैन समाज के अध्यक्ष राकेश कांसल, महामंत्री राकेश अमरोद व श्वेतांबर जैन समाज के अध्यक्ष राजेंद्र कोचर ने ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया है कि मंदिर को तोड़े जाने की घटना सोशल मीडिया से ज्ञात हुई। इस घटनाक्रम से दिगंबर व श्वेतांबर जैन समाज में आक्रोश है। यह घटना मंदिर गिराने के साथ ही वहां विराजमान भगवान की प्रतिमा व धर्मग्रंथों का अनादर किया गया है। अपनी बात रखने वाले श्रावक-श्राविकाओं से अभद्रता की गई, जबकि यह प्रतिमाएं हमें अहिंसा, शांति का संदेश देकर भारतीय संस्कृति को गौरवांवित कर रहीं हैं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। समाजजनों ने ज्ञापन देते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से उसी स्थान पर ससम्मान जैन मंदिर बनाए जाने की मांग की है। उसके साथ ही नीमच जिले में जैन संतों के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा करते हुए अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
इस दौरान उपाध्यक्ष अजीत बरोदिया, राजेंद्र अमन, मंत्री विजय धुर्रा, सांसद प्रतिनिधि संजीव भारिल्ल, अरविंद जैन, मनोज रन्नौद, मनीष सिंघई, घेतांबर समाज अध्यक्ष राजेन्द्र कोचर, मंगलचंद्र जैन, विनय सुराना, विपिन सिंघई, थूवोन महामंत्री मनोज मैंसरवास, जैन मिलन के राष्ट्रीय मंत्री नरेशकुमार जैन, सुभाष कैंची, नीलू मामा, संजीव, महावीर, हेमंत टडैया, थूवोन कमेटी, सेंट्रल जैन मिलन, पारस जैन मिलन, जैन जागृति मंडल, जैन मिलन, दि. जैन सोशल गुरप शास्वत, महिला जैन मिलन सहित समाजजन उपस्थित रहे।