power cuts: अशोकनगर में बिजली कटौती की मार झेल रहे लोग अब बेतहाशा बढ़े बिलों से परेशान हैं। मेंटनेंस और फॉल्ट के नाम पर बिजली गायब, फिर भी मोटे बिल थमाए जा रहे हैं।
power cuts: अशोकनगर शहर में भले ही लोग पिछले कई महीनों से रोजाना ही घंटों की बिजली कटौती से परेशान हैं, लेकिन घरों पर बिजली बिल बढ़ी हुई राशि के पहुंच रहे हैं। स्थिति यह है कि किसी के घर तीन गुना तो किसी के यहां ढाई गुना राशि का बिल पहुंचा, इससे बिजली कटौती के दौर में अब बिजली बिल उपभोक्ताओं को झटका देते नजर आ रहे हैं।
शहर में रोजाना ही कभी मेंटेनेंस तो कभी लाइन पर काम के नाम तो कभी लाइनों में फॉल्ट व कभी केबिल टूटने के नाम पर घंटों बिजली गुल रहती है। ऐसे में गर्मी के बीच लोगों को बिजली गुल रहने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन मई माह के बिलों में किसी के बिल में फिक्सड चार्ज व इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी के नाम पर बढ़ोतरी कर दी है तो किसी का बिजली बिल सीसीबी एडजस्टमेंट के नाम पर बढ़कर पहुंचा है।
शहरवासियों का कहना है कि बिजली तो पर्याप्त मिल नहीं रही और ऐसे में फिर बिजली बिल कैसे बढ़ा दिए गए। जब इसकी शिकायत करने वह बिजली कंपनी कार्यालय पहुंचे तो अधिकारियों ने बिलों को सही बताया और कह दिया कि यह पूरी राशि जमा तो करना ही पड़ेगी।
प्रोसेशन रोड निवासी अशोक कुमार जैन का अप्रैल माह का बिजली बिल 1843 रुपए राशि का आया। जब उनके परिवार के लोग बिजली कंपनी में शिकायत करने पहुंचे तो बिजली अधिकारियों ने इस 1843 रुपए राशि में 1483 रुपए ऑडिट राशि शामिल होना बताया। साथ ही बिजली अधिकारियों ने कह दिया कि पूरा बिजली बिजल जमा करना पड़ेगा।
मोती मोहल्ला निवासी सुरेश तिवारी का हर माह बिजली बिल ढाई से तीन हजार रुपए आता था, लेकिन अप्रैल माह का बिल 10813 रुपए आया है। जिसमें 7639 एनर्जी चार्ज, 2154 रुपए फिक्सड चार्ज और इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी 917 रुपए जोड़कर बिल दिया गया है। जिनका कहना है कि बिजली कंपनी में शिकायत की तो अधिकारी बोले बिल सही है।
बस स्टैंड के पास रहने वाले मनोजकुमार योगी का कहना है कि उनका मीटर रज्जनलाल शर्मा के नाम से है। कई महीने से मीटर खराब था और इसलिए महीने में 300 से 500 रु. एवरेज बिल आता था। मई में मीटर बदलवाने आवेदन दिया तो मई में अप्रैल माह का बिल 1483 रु. आ गया, मीटर खराब होने के बावजूद इस बिल में मीटर रीडिंग भी दर्ज है।