टूटता मिथकः अशोकनगर शहर में आने से डरते हैं मुख्यमंत्री, जहां आने से चली जाती है कुर्सी, वहां दूसरी बार आमसभा करेंगे सीएम योगी...>
uttar pradesh cm yogi adityanath news: मिथक है कि जो भी सीएम रहते अशोकनगर आते हैं, वे अपनी कुर्सी खो देते हैं। इसी डर से सीएम यहां नहीं आते, लेकिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मिथक तोडऩे 15 नवंबर 2023 के बाद एक बार फिर शनिवार को दूसरी बार चुनावी सभा करेंगे।
दरअसल, यहां आने के बाद अब तक मप्र के आठ सीएम अपनी कुर्सी खो चुके हैं। वे सीएम रहते शहर आए, लेकिन कुछ समय बाद या अगले चुनाव में सीएम नहीं बने। सीएम रहते शिवराज सिंह जिले में तो कई बार आए, लेकिन अशोकनगर शहर में नहीं। हालांकि मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवराज मार्च 2019 में शहर आए थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जिले में चार बार आ चुके हैं, लेकिन एक भी बार वे शहर में नहीं आए।
1975: प्रकाशचंद सेठी।
1977: सीएम श्यामाचरण शुक्ल, इसके बाद वीरेंद्र सखलेचा और सीएम कैलाश जोशी।
1983: सीएम अर्जुन सिंह।
1986: सीएम मोतीलाल वोरा।
1992: सीएम सुंदरलाल पटवा।
2003: सीएम दिग्विजय सिंह।
यहां से जाने के कुछ समय बाद ही ये सभी सीएम की कुर्सी खो चुके। इसीलिए पिछले 20 वर्ष में कोई भी सीएम शहर में सरकारी, राजनीतिक, निजी कार्यक्रम में नहीं आए।
0-सीएम डॉ. मोहन यादव: भिण्ड लोकसभा के अटेर, दतिया, भांडेर में। ग्वालियर सीट के पोहरी में और गुना में सभा, ग्वालियर में रोड-शो भी करेंगे।
0-पूर्व सीएम शिवराज सिंह: गुना, राजगढ़ और विदिशा जिले में।
0-पूर्व सीएम अशोक गहलोत, राजस्थान: दोपहर 12 बजे राजगढ़ जिले के चाचौड़ा में, 2 बजे सारंगपुर में सभा करेंगे। 3.40 बजे उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के बाद माली समाज की बैठक लेंगे।
0-कांग्रेस नेता पवन खेड़ा: 4 व 5 मई को भोपाल और सागर के प्रवास पर रहेंगे।