Tesla ने भारत में Model 3 और Model Y के लिए होमोलोगेशन प्रक्रिया शुरू की है, जिससे भारतीय बाजार में इसकी एंट्री के संकेत मिल रहे हैं। जानिए Tesla की भारत में लॉन्चिंग से जुड़े सभी अपडेट्स, फीचर्स और संभावित चुनौतियां।
Tesla की भारत में एंट्री को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन अब यह संभावना और मजबूत होती दिख रही है। अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ने अपने दो प्रमुख मॉडल, Model 3 और Model Y, के लिए होमोलोगेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसका मतलब है कि Tesla भारतीय बाजार में अपने वाहनों को उतारने के लिए आवश्यक सर्टिफिकेशन प्रक्रिया से गुजर रही है। चलिए जानते हैं टेस्ला से जुड़े अपडेट्स के बारे में।
कुछ नई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Tesla ने अपने दो इलेक्ट्रिक वाहनों, Model 3 और Model Y, के लिए होमोलोगेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। IANS की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने भारत में इन वाहनों के सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब Tesla ने भारत में होमोलोगेशन का प्रयास किया हो।
रिपोर्ट के मुताबिक, Tesla पहले भी सात बार भारत में टेस्ट कारों के लिए होमोलोगेशन आवेदन कर चुकी है, जिनमें से एक हाल ही में मंजूर हुआ है।
होमोलोगेशन एक आवश्यक सर्टिफिकेशन प्रक्रिया है जो यह सुनिश्चित करती है कि कोई वाहन सड़क पर चलने के लिए सुरक्षित है और स्थानीय उत्सर्जन एवं सुरक्षा मानकों का पालन करता है। भारत में सभी निर्मित या इम्पोर्टेड वाहनों को सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स (CMVR) के तहत सर्टिफिकेशन प्राप्त करना अनिवार्य होता है।
Tesla की भारत में एंट्री ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका और भारत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत कर रहे हैं। इस समझौते का उद्देश्य आयात शुल्क को कम करके व्यापार को बढ़ावा देना है। एलन मस्क ने कई बार भारत में अपनी रुचि व्यक्त की है, लेकिन भारतीय सरकार चाहती है कि Tesla भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करे। फिलहाल, मस्क भारत में अपने वाहनों का आयात करके बिक्री शुरू करना चाहते हैं।
ग्लोबल मार्केट में Tesla Model 3 तीन वेरिएंट्स Standard Range Plus, Long Range, और Performance में उपलब्ध है। यह एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक सेडान है, जो 568 किमी तक की रेंज, ड्यूल-मोटर ऑल-व्हील ड्राइव (Long Range और Performance वेरिएंट में), और महज 3.1 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की स्पीड पकड़ने में सक्षम है। इसमें 15-इंच का टचस्क्रीन, ऑटोपायलट ड्राइवर असिस्टेंस, वायरलेस चार्जिंग और 5-स्टार क्रैश रेटिंग जैसे एडवांस फीचर्स शामिल हैं।
Tesla Model Y दो वेरिएंट्स Long Range और Performance में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मौजूद है। यह एक इलेक्ट्रिक SUV है, जो 531 किमी तक की रेंज और ड्यूल-मोटर ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम के साथ इसका परफॉर्मेंस बेहतरीन है। इसका Performance वेरिएंट सिर्फ 3.5 सेकंड में 0-96 किमी/घंटा की स्पीड पकड़ सकता है। 7-सीटर ऑप्शन, पैनोरमिक ग्लास रूफ, ऑटोपायलट, ओवर-द-एयर अपडेट्स और प्रीमियम साउंड सिस्टम इसे और खास बनाते हैं।
Tesla की एंट्री भारत के EV सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकती है, लेकिन इसकी सफलता कुछ चुनौतियों पर निर्भर करेगी। ज्यादा कीमत, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सीमित उपलब्धता और स्थानीय उत्पादन का अभाव इसकी प्रमुख चुनौतियां हो सकती हैं। हालांकि, यदि सरकार आयात शुल्क में कटौती करती है, तो Tesla को भारतीय बाजार में अपनी जगह बनाने में मदद मिल सकती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कंपनी भारतीय ग्राहकों के लिए कितने कॉम्पटेटिव प्राइस पर अपनी EV कारों को लॉन्च कर पाती है।