उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दिवाली की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। इसे लेकर प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। इस बार अयोध्या परिसर में 28 लाख दिए जलाए जाएंगे। इसके अलावा तीन तरह की दीए से पूरी रामनगर जगमग होगी।
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहला दीपोत्सव होगा। इस बार दीपोत्सव को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। राम मंदिर परिसर में 30 और 31 अक्टूबर को दीपावली का आयोजन किया जाएगा। इस बार अयोध्या में 28 लाख दीए जलाए जाएंगे और साथ ही पूरी रामनगरी तीन तरह के दीयों से जगमग होगी। इस बार घाटों की संख्या 51 से बढ़ाकर 55 कर दी गई है 25 अक्टूबर से दीप घाटों पर पहुंचने शुरू हो जाएंगे।
मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर परिसर को तीन तरह के दीयों से सजाया जाएगा। मंदिर परिसर के भवन में मोम के दीए सजाए जाएंगे। परिसर, दर्शन मार्ग और अन्य स्थलों पर मिट्टी के दीये और रामलला के गर्भगृह में विशेष तरह से डिजाइन किए गए देसी घी के दीये प्रज्वलित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर के पत्थरों पर तेल गिरने से खराबी आने की आशंका के चलते मंदिर भवन में मोम के दीये जलाने का निर्णय लिया गया है।
दीपोत्सव में इस बार 30 हजार वालंटियर्स दीप बिछाएंगे। बता दें कि इस बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए 25 लाख दिए जलाने का लक्ष्य है। पिछले साल 22 लाख 23 हजार दीये जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था। इसके अलावा आठवें संस्करण को भव्य बनाने के लिए जन सहभागिता अभियान के तहत कम से कम 36 हजार से अधिक लोगों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है।