अयोध्या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले अयोध्या में सुरक्षा का महाकवच किले में तब्दील, 30 हजार जवान तैनात

अयोध्या में पीएम मोदी के ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले सुरक्षा चरम पर पहुंच गई है। शहर सील, हर सौ मीटर पर जवान, छतों पर कमांडो और ड्रोन निगरानी—रामनगरी पूरी तरह किले में बदल गई है। पढ़ें सुरक्षा व्यवस्था पर पूरी रिपोर्ट

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Nov 25, 2025
राम मंदिर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुरक्षा में पुलिसकर्मी फोटो सोर्स X अकाउंट

Intro:अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा इतनी कड़ी कर दी गई है। पूरी नगरी छावनी में बदल गई है। चारों तरफ बैरिकेडिंग, हर चौराहे पर जवान और आसमान से लेकर जमीन तक निगरानी बढ़ा दी गई है। रोड शो से लेकर मंदिर परिसर तक कोई भी बिना जांच आगे नहीं बढ़ पा रहा।

अयोध्या में होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले पूरी सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर कर दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को साकेत महाविद्यालय से राम मंदिर तक रोड शो करेंगे। जिसके कारण शहर में कड़ी पाबंदियां लागू हैं। सुबह से ही अयोध्या धाम की सीमाएं बंद कर दी गईं। और सिर्फ पास वाले लोगों को ही दाखिल होने दिया जा रहा है।

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रामपत से निकलने वाली सभी गलियां सील

रामपथ पर उदया चौराहे से आगे दोनों दिशाओं में बैरिकेड लगा दिए गए हैं। रामपथ से निकलने वाली सभी गलियों को बंद कर दिया गया है। ताकि किसी अनजान व्यक्ति की आवाजाही न हो सके। सड़क के किनारे बने घरों की छतों पर हथियारबंद जवान तैनात हैं। जो लगातार निगरानी कर रहे हैं। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे भी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए तैयार किया गया पांच परतों वाला घेरा

पीएम की सुरक्षा के लिए पांच परतों वाला सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। सबसे अंदर एसपीजी के जवान रहेंगे। जिनके पास अत्याधुनिक हथियार हैं। इनके पीछे एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो, फिर एटीएस, उसके बाद अर्द्धसैनिक बल और आखिर में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। लगभग 600 कमांडो पहले ही अयोध्या पहुंचकर इलाके की रिहर्सल कर चुके हैं।

अयोध्या 30 हजार जवान तैनात

पूरे शहर को मिलाकर करीब 30 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। हर सौ मीटर पर सुरक्षा कर्मी मौजूद हैं ताकि कोई भी संदिग्ध हरकत तुरंत पकड़ में आ सके। हाईवे, मुख्य रास्तों और शहर के अन्य प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी और सख्त कर दी गई है।

सुरक्षा को लेकर जल, थल और नभ से हो रही निगरानी

नयाघाट पर बनाए गए फ्लोटिंग कंट्रोल रूम से नदी के रास्ते आने-जाने वाली गतिविधियों पर भी ध्यान रखा जा रहा है। जियो फेंसिंग तकनीक के जरिए हर मूवमेंट की लाइव मॉनिटरिंग हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में ज़रा भी ढील नहीं दी जाएगी और पूरा इलाका कंट्रोल रूम से चौबीसों घंटे मॉनिटर किया जा रहा है।

Published on:
25 Nov 2025 09:54 am
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