आजमगढ़ जिले में एक परिषदीय विद्यालय के शिक्षक की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। साथ में बैठे ठेकेदार की भी मौत हो गई। परंतु कार में पीछे बैठा 3 वर्षीय बेटा बाल बाल बच गया। शिक्षक मजदूरों को दीवाली पर्व पर दिहाड़ी बांट कर अपनी स्विफ्ट कार से घर वापस लौट रहे थे। आपको […]
आजमगढ़ जिले में एक परिषदीय विद्यालय के शिक्षक की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। साथ में बैठे ठेकेदार की भी मौत हो गई। परंतु कार में पीछे बैठा 3 वर्षीय बेटा बाल बाल बच गया। शिक्षक मजदूरों को दीवाली पर्व पर दिहाड़ी बांट कर अपनी स्विफ्ट कार से घर वापस लौट रहे थे।
आपको बता दें कि मेहनगर थाना क्षेत्र के खजुरा गांव निवासी सेवानिवृत लेखपाल इंद्र बहादुर सिंह के 38 वर्षीय पुत्र ध्रुवराज सिंह और उनकी पत्नी दिव्या सिंह कौशांबी जिले में परिषदीय विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात थे। दोनों पति पत्नी अपने 3 वर्षीय बेटे के साथ प्रयागराज में किराए के मकान में रहते थे। दीपावली पर्व पर ध्रुव्रज सिंह मजदूरों को दिहाड़ी बांट कर कुंडा से ठेकेदार विवेक सिंह( 24 वर्ष) के साथ स्विफ्ट कार से रात्रि में वापस प्रयागराज लौट रहे थे। पीछे उनका 3 वर्षीय बेटा राघव बैठा था। जैसे ही वह हाथीगंव थाना क्षेत्र के समसपुर गांव के पास हाईवे फोरलेन पर पहुंचे किसी अज्ञात वाहन ने कार में टक्कर मार दी। जबकि पीछे बैठा बेटा राघव बाल बाल बच गया।
शुक्रवार की देर शाम जैसे ही शिक्षक का शव उनके गांव पहुंचा परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी दिव्या और पिता का रो रो कर बुरा हाल हो गया।