5 new four lanes will be built in the new project of widening roads in MP एमपी में सभी बड़ी सड़कें चौड़ी की जा रहीं हैं। राज्य के प्रमुख शहरों के साथ ही सभी जिला मुख्यालयों पर भी सड़कें चौड़ी कर आना जाना सुलभ बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
एमपी में सभी बड़ी सड़कें चौड़ी की जा रहीं हैं। राज्य के प्रमुख शहरों के साथ ही सभी जिला मुख्यालयों पर भी सड़कें चौड़ी कर आना जाना सुलभ बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए नए प्रोजेक्ट का भी लाभ लिया जा रहा है। प्रदेश में विकास के रूप में सड़कों और भवन निर्माण के लिए पुनर्घनत्वीकरण योजना से राशि जुटाई जा रही है। इसके अंतर्गत बालाघाट में भी विकास कार्य किए जाएंगे। कलेक्टर मृणाल मीना ने इसके लिए बैठक ली जिसमें सड़कें चौड़ी करने और भवन निर्माण पर व्यापक चर्चा की गई। खास बात यह है कि बैठक में 5 नए फोरलेन बनाने के लिए प्रस्ताव बनाने की बात कही गई।
बालाघाट में नगर विकास में अब नए प्रोजेक्ट पुनर्घनत्वीकरण योजना का समुचित उपयोग किया जाएगा। कलेक्टर मृणाल मीना Balaghat Collector Mrinal Meena की पहल पर यह काम किया जा रहा है। इसके तहत शुक्रवार को मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल की ओर से प्रारंभिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
प्रोजेक्ट में बालाघाट नगर को नया आयाम देने वाली सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही कुछ कार्यालय और अधिकारियों के बहुमंजिला आवास भी बनाए जाएंगे। बैठक में मप्र सरकार के निर्देशानुसार बालाघाट में चिन्हित भूमि पर गीता भवन बनाने की रूप रेखा प्रस्तुत की गई।
पुनर्घनत्वीकरण योजना से बालाघाट की 5 प्रमुख सड़कों को 4 लेन करने की योजना बनाई गई है। इसमें जय स्तंभ से ओवर ब्रिज तक 1.6 किमी रोड, अंबेडकर चौक से रानी दुर्गावती चौक 1.1 किमी, जागपुर घाट से सेन चौक तक 0.70 किमी, जय स्तंभ से रानी अवंती बाई चौक अस्पताल होकर 0.60 मी. तथा रानी अवंती बाइक चौक से आईटीआई चौक तक 1.7 किमी की रोड शामिल है।
अधिकारियों के अनुसार सड़कों को चौड़ी किया जाएगा। साथ ही इनमें पैदल पथ और डिवाइडर भी बनाए जाएंगे। बैठक में पेश प्रस्ताव पर कलेक्टर ने कुछ आवश्यक संशोधन कर सोमवार तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जनप्रतिनिधियों के विचार भी जाने जाएंगे।
बालाघाट की सड़कों को फोर लेन व टू लेन बनाने के लिए फिलहाल जिलास्तर से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद डीपीआर तैयार की जाएगी। प्रस्ताव तैयार होकर गृह निर्माण आयुक्त को भेजा जाएगा। इसके बाद साधिकार समिति में प्रस्ताव पर चर्चा के बाद स्वीकृति प्रदान की जाएगी। इस प्रकार जिलास्तर से अनुमोदन के पश्चात दो अन्य चरणों में इसकी अनुमति आवश्यक होगी।
नए प्रोजेक्ट में सड़कें चौड़ी करने से शहरवासियों की सुविधा बढ़ जाएगी। नए फोरलेन से आना जाना सुगम हो जाएगा, समय की बचत होगी और हादसों में भी कमी आएगी।