नगरपालिका ने जारी किया नोटिस, दो दिवस में स्वयं से अतिक्रमण हटाने के निर्देश नहीं हटाए जाने पर सख्ती से अतिक्रमण हटाए जाने की दी गई चेतावनी इंदिरा नगर निवासियों में मचा हडक़ंप, बेघर होने का सता रहा भय-
शहर के वार्ड नंबर 24 इंदिरा नगर निवासियों में इन दिनों हडक़ंप की स्थिति बनी हुई है। दरअसल यहां के शासकीय धोबी तालाब का जीर्णोद्वार कार्य नगर पालिका करवा रही है। इसके लिए तालाब की भूमि का नाप जोप कर करीब 40 से अधिक अतिक्रमण चिन्हित किए गए हैं। इन अतिक्रमण कारियों को नगरपालिका नोटिस जारी कर दो दिनों में अपने अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी किए हैं। इसके बाद से प्रभावितों में खलबली मची हुई है। सभी एकजुट होकर नोटिस और नपा की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। यहां के लोगों का कहना है कि नपा एक फिर गरीबों को बेघर करने की तैयारी कर रही है।
शुक्रवार को नोटिस से प्रभावित इंदिरा नगर के गरीब परिवारों और कामकाजी महिलाओं ने खूब विरोध प्रदर्शन किया। सभी ने एक स्वर में कहा कि वे अपने मकान तोडऩे नहीं देंगे। यदि नगरपालिका को आवास तोडऩे ही थे तो उन्हें पट्टा और पीएम आवास का लाभ क्यो दिया गया। वार्डवासियों ने बताया कि उक्त भूमि पर वे करीब 40 से 50 वर्षो से निवास कर रहे हैं। उनके पास उक्त आवास का पट्टा भी है। ऐसे में उनके मकान तोडकऱ जबरन उन्हें परेशान किया जा रहा है। जबकि तालाब का जीर्णोद्वार करना ही है तो बिना किसी को प्रभावित किए भी जीर्णोद्वार किया जा सकता है।
इधर नगरपालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार धोबी तालाब का जीर्णोद्वार किया जाना है। लेकिन तालाब की भूमि पर करीब 40 से अधिक लोगों ने पीछे के हिस्से शौचालय, आंगन सहित अन्य निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है। जिन्होंने पूरा मकान न तोड़ते हुए सिर्फ अतिक्रमित भूमि पर कब्जा हटाने के नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें ऐसे परिवार भी शामिल है, जिन्होंने अपने पट्टे में निर्धारित भूमि से अधिक रकबे में कब्जा कर लिया है।
नपा प्रशासन के नोटिस जारी होने के बाद विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। यहां की महिलाओं ने बताया कि कुछ समय पूर्व ही पीएम आवास की ढाई लाख रुपए की राशि मिलने पर उन्होंने किसी तरह से जी तोड़ मेहनत और गहने आदि गिरवी रखकर मकान निर्माण पूरा किया है। अब जब उनका मकान व शौचालय आदि बना लिए गए हैं, तो उनका तोडऩे का तैयारी की जा रही है। इस कार्रवाई का वे विरोध कर रहे हैं।
तालाब का जीर्णोद्वार कार्य किया जाना है। लेकिन उसमें रहवासियों के अतिक्रमण बाधा बन रहे हैं। जिन्हें नोटिस जारी कर समय सीमा दी गई है। ताकि वे स्वयं से अपने अतिक्रमण हटा सकें।
बीडी कतरोडिया, नपा सीएमओ