तेजी से चट कर रहे फसल, चिंता में किसान, नहीं कर पा रहे कोई उपाए सबसे अधिक आदिवासी अंचल के बिरसा क्षेत्र में दिख रहा असर
पहले खराब मौसम और समय पर बारिश न होने से परेशान किसानों ने जैसे तैसे अपने खेतों में फसलें खड़ी की। अब फसलों में कीट व्याधि ने किसानों ने चिंता बढ़ा रही है। जानकारी के अनुसार इन दिनों किसानों की धान खड़ी फसल पर माहू कीट और फंगस का असर साफ नजर आने लगा है। ये कीट किसानों की फसलों को बेजा नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसानों के फंगस रोग तेजी से फैलने वाला रोग है, यदि एक पौधों में यह रोग लगे तो पूरे खेत को अपने आगोश में ले लेता है। फसलों में फंगस लगने का मामला बिरसा क्षेत्र से सामने आया है।
यहां के किसानों ने बताया पिछले 15 दिनों से उनकी धान की फसल में फंगस बीमारी का असर देखने को मिल रही है। बीमारी के शुरूआती दौर में किसानों को कुछ समझ नहीं आया, इस कारण उन्होंने कोई उपयोग भी नहीं किए। लेकिन अब इस फंगस ने बड़े रकबे को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। धान फसल की बालियों में आए दाने को खराब हो रहे हैं। वहीं फसल भी पीले रंग से काली पडऩे लगी है। किसानों के अनुसार फंगस के कारण उत्पादन प्रभावित होगा और उन्हें बड़ी नुकसानी वहन करना पड़ सकता है।
कृषि विस्तार अधिकारी बिरसा योगेश वाहन के अनुसार फसलों में फंगगस फफूंद और माहू एपिड कीट का प्रकोप एक गंभीर समस्या है, जो फसल को नुकसान पहुंचाता है और किसानों की आय कम करता है। इस प्रकोप से बचाव के लिए नीम के घोल, लहसुन मिर्च के घोल और जैविक खादों का उपयोग करें, जबकि रासायनिक नियंत्रण के लिए कार्बेन्डाजिम या इमिडाक्लोप्रिडझझ जैसे फफूंद नाशक और कीटनाशकों का छिडक़ाव कर सकते हैं। इस बीमारी को फाल्स स्मूट फंगस भी कहा जाता है। नियंत्रण के लिए फगिसाइड कीटाजिन, प्रॉपिकॉनाजोले, ट्राइसाईक्लेजोल का स्प्रे भी किसान कर सकते हैं।
आदिवासी अंचल बिरसा के किसान अशोक यैगारे, विपत राव, मनोहर और सुखियां मड़ावी ने बताया कि उनके खेत के कुछ हिस्से की फसलों का रंग बदलकर काला होने पर उन्होंने विशेषज्ञों से सलाह दी। तब पता चला कि फसल में फंगस रोग लग रहा है। इस पर शीघ्रता से नियंत्रण पाना अति आवश्यक होता है। अन्यथा ये बीमारी तेजी से फैलती जाती है। इन्होंने बताया कि समय पर पहचान और नियंत्रण के प्रयास शुरू नहीं करने के कारण एक बड़े हिस्से की फसलें प्रभावित हो गई है। इनसे बहुत कम उत्पादन आने की आशंका है। सभी किसानों ने राजस्व और कृषि विभााग के जिम्मेदारों से फसलों का सर्वे करवाकर बीमारी पर नियंत्रण और उचित मुआवजा की मांग भी की है।
वर्सन
बिरसा क्षेत्र के कुछ किसानों के खेतों में फंगस रोग देखने को मिल रहा है। यह बात सही है कि यह तेजी से फैलने वाली बीमारी है, जो शीघ्र ही बड़ी रकबे को प्रभावित कर सकती है। फाल्स स्मूट फंगस पर नियंत्रण के लिए किसान भाई फगिसाइड कीटाजिन, प्रापिकॉनाजोले, ट्राइसाईक्लेजोल का स्प्रे करें। ऐसा करने से काफी बचाव किया जा सकता है।
योगेश वाहने, कृषि विस्तार अधिकारी बिरसा