सिविल सर्जन डॉ निलय जैन ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण
कलेक्टर मृणाल मीणा ने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर, सुव्यवस्थित, अनुशासित व मजबूत बनाने के लिए दिए है। परिपालन में शनिवार को सिविल सर्जन डॉ निलय जैन ने जिला अस्पताल के प्रत्येक वार्ड का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर मेगा राउंड लिया। उनके साथ आरएमओ डॉ सुषमा गोयल, मैनेजर इरफान बेग, इंजीनियर अंजू बिसेन, मेट्रॉन, हाउसकीपिंग सुपरवाइजर, सिक्योरिटी सुपरवाइजर, क्वालिटी कंट्रोल टीम से निशा लिल्हारे, जितेंद्र हरिनखेड़े, संजय श्रीवास्तव और डालचंद निनावे सहित पूरा अमला मौजूद रहा।
डॉ जैन ने बताया कि यह निरीक्षण मुख्य रूप से अस्पताल की संपूर्ण व्यवस्था को दुरुस्त करने और विशेषकर ट्रॉमा यूनिट में बिगड़ी व्यवस्था को सुधारकर व्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ जैन ने बताया कि जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए निर्णय लिया गया है कि पुरुषों का ट्रॉमा यूनिट के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ताओं के प्रवेश पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। विजिटर रजिस्टर में साइन, आधार नंबर और संबद्ध मरीज का नाम लिखना अनिवार्य होगा। लेबर रूम व आपरेशन थियेटर में आशा कार्यकर्ताओं का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। प्रत्येक मरीज की काउंसलिंग वीडियो कैमरे के सामने की जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ जैन ने बताया कि जिला अस्पताल में 01 जनवरी से टोकन सिस्टम लागू किया जाएगा और इसमें एक मरीज के साथ केवल एक अटेंडेंट को ही अनुमति मिलेगी। अस्पताल परिसर के अंदर प्राइवेट एंबुलेंस का प्रवेश बंद रहेगा।
डॉ निलय जैन ने कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला अस्पताल लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से अपील की कि वे व्यवस्था को सुचारू रखने में सहयोग दें।