बालाघाट

जलगंगा संवर्धन अभियान से नहीं सुधर पा रही तालाबों की सूरत

लांजी क्षेत्र में अतिक्रमण की जद में अधिकांश तालाब मुंह दिखाई कार्रवाई के बाद पलड़ा झाड़ रहे अधिकारी

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Jun 05, 2025
लांजी क्षेत्र में अतिक्रमण की जद में अधिकांश तालाब

शासन प्रशासन जल गंगा संवर्धन अभियान से प्राकृतिक जल स्त्रोत और तालाबों को पुर्नजीवित करने दावा कर रहे हैं। लेकिन लांजी जनपद क्षेत्र के तालाबों की दशा सुधारने कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। परिणाम यह है कि कभी 52 तालाबों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध लांजी के तालाब अतिक्रमण से सिकुडकऱ विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं। अतिक्रमण हटाने का कार्य भी मुंह दिखाई रस्म साबित हो रहा है। लाख प्रयासों के बाद भी यहां के तालाब अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाए हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पूर्व गणेशी तालाब के सीमांकन के बाद विस्तारीकरण के लिए प्रशासन ने 14 लोगों के अतिक्रमण चिन्हित कर नोटिस जारी किए। एक दिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की गई। लेकिन कुछ एक पर कार्रवाई के बाद मामला ठंडे बस्ते में है। अधिकारियों ने फिर मुडकऱ इस तालाब को नहीं देखा है।

कदम तालाब में भी दबंगों का कब्जा

नगर के वार्ड 10 कुम्हार मोहल्ला में स्थित कदम तालाब भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है साफ-सफाई के अभाव में चारो ओर गंदगी का आलम है। दबंगों ने धीरे-धीरे तालाब की अधिकतम भूमि पर कब्जा जमा लिया है। नगर परिषद से बिना अनुमति लिए कुछ लोगों ने तालाब की पार को पाटकर शौचालय का निर्माण कर लिया है। इनके निस्तार का गंदा पानी भी इसी तालाब में बहाया जा रहा है। लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदार तमाशबीन बने हुए हैं।


इनका कहना है।
हमारे द्वारा जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत नगरीय क्षेत्र के सभी तालाबों के सीमांकन एवं अतिक्रमण हटाने एवं साफ सफाई का आदेश जारी कर दिया गया था। मेरे द्वारा सीमांकन टीम को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा।
हिम्मत सिंह भवेदी, तहसीलदार लांजी

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