बलिया जिले के बैरिया तहसील के गोपालनगर टांडी के मकइया बाबा का वर्षों पुराना मंदिर आज सुबह सरयू की कटान में विलीन हो गया। मंदिर के विलीन होने का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आजमगढ़,मऊ और बलिया से बहने वाली सरयू नदी की लहरें इस समय तांडव मचा रहीं। बलिया जिले में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 1 मीटर ऊपर है।
बलिया जिले के बैरिया तहसील के गोपालनगर टांडी के मकइया बाबा का वर्षों पुराना मंदिर आज सुबह सरयू की कटान में विलीन हो गया। मंदिर के विलीन होने का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वर्षों पुराना यह मंदिर लोगों की आस्था का प्रतीक था। आज सुबह सरयू की उफनती लहरें तेज आवाज करते हुए मंदिर के अस्तिव को मिटाने पर तुल गईं थीं। देखते ही देखते ये हनुमान मंदिर जो क्षेत्र में आस्था का प्रतीक था सरयू में समा गया।
वहीं नदी के किनारे तटवर्ती इलाकों के कई हरे पेड़ भी नदी की जड़ में आ गए।
इसके किनारे रहने वाले लोगों के सामने अब भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
आपको बता दें कि सरयू नदी में हर साल बाढ़ आती है और जबरदस्त कटान होती है। उनका कहना है कि बीते 1 माह में सैकड़ों एकड़ जमीन नदी की जल धारा में विलुप्त हो गई है, हालत ऐसे ही रहे तो दियारा का नामोनिशान मिट जायेगा। पीड़ितों का कहना है कि उन्हें अभी तक उचित मुआवजा नहीं दिया गया है।
वहीं उपजिलाधिकारी बैरिया का कहना है कि जिन्होंने आराजी नंबर के साथ आवेदन किया था उन्हें मुआवजा दिया गया है। जिन्होंने खतौनी के साथ आवेदन किया उन्हें भी मुआवजा दिया गया है।