नगरीय निकाय चुनाव के तहत नगर पालिका व नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को आरक्षण तय किया गया। बालोद नगर पालिका में दस साल बाद अध्यक्ष पद के लिए महिला चुनाव लड़ेगी।
Urban Body Election नगरीय निकाय चुनाव के तहत नगर पालिका व नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को आरक्षण तय किया गया। बालोद नगर पालिका में दस साल बाद अध्यक्ष पद के लिए महिला चुनाव लड़ेगी। बालोद में इस बार अध्यक्ष पद सामान्य महिला सीट व दल्लीराजहरा नगर पालिका के लिए अध्यक्ष पद ओबीसी मुक्त आरक्षित हुआ है।
आरक्षण के पहले जिन दिग्गजों ने अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे का मन बनाया था, अब वे मायूस हो गए हैं। वहीं कई लोग इस आरक्षण से खुश भी नजर आए। बालोद जिले की दो नगर पालिका व 7 नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण तय किया गया।
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नगरीय निकाय के पार्षदों के बाद जनता को बेसब्री से अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण का इंतजार था। मंगलवार को आरक्षण का इंतजार भी खत्म हो गया। भाजपा-कांग्रेस अपने अपने उम्मीदवार की तलाश में जुट गए हैं। बालोद में भाजपा एवं कांग्रेस महिला प्रत्याशी की तलाश कर रही हैं। दल्लीराजहरा में ओबीसी मुक्त प्रत्याशी की तलाश है। अब निकाय चुनाव की प्रक्रिया भी तेज होने के आसार है।
निकाय - आरक्षण
बालोद नगर पालिका - सामान्य महिला
दल्लीराजहरा नगर पालिका - ओबीसी मुक्त
डौंडी नगर पंचायत - अनुसूचित जनजाति महिला
चिखलाकसा नगर पंचायत - अन्य पिछड़ा वर्ग महिला
नगर पंचायत पलारी - अनारक्षित मुक्त
नगर पंचायत गुंडरदेही - अनारक्षित मुक्त
नगर पंचायत डौंडीलोहारा - अनारक्षित मुक्त
नगर पंचायत गुरुर - अनारक्षित मुक्त
नगर पंचायत अर्जुंदा - अनारक्षित मुक्त
इधर चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस की बैठक का दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस हर वार्ड में नजर रखे हुए है और दावेदारों की तलाश कर रही है। वैसे चुनाव सभी निकायों के लिए खास है लेकिन बालोद और सबसे बड़ी नगर पालिका दल्लीराजहरा पर सबकी नजर रहेगी।
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बालोद नगर पालिका की बात करें तो यहां दस साल बाद महिला सीट आई है। इस बार सामान्य महिला सीट है। 2019-20 के चुनाव में पार्षदों के समर्थन में विकास चोपड़ा नगर पालिका अध्यक्ष बने थे। बीते चुनाव में जिले के आठ निकायों में से 5 में कांग्रेस और 3 में भाजपा समर्थित अध्यक्ष बने थे।
जिले के ग्राम पलारी को भी नगर पंचायत बनाया गया है। यहां पहली बार नगर पंचायत चुनाव होगा। यहां 15 वार्ड बनाए गए हैं। यहां अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आरक्षण हो गया है। लेकिन निर्वाचन प्रक्रिया की पूरी जानकारी निर्वाचन विभाग स्पष्ट रूप से नहीं दे रहे हैं। पलारी की जनसंख्या साल 2011 जनगणना के मुताबिक 4642 थी, अब यहां लगभग जनसंख्या 10 हजार के करीब हैं।