सिर्फ महतारी एक्सप्रेस गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल व अस्पताल से घर पहुंचाने वाला वाहन बन गया है। महतारी एक्सप्रेस में गर्भवती महिलाओं के साथ मितानिन न हो तो और ज्यादा परेशानी होती है।
बालोद जिले में संचालित 102 महतारी एक्सप्रेस से इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन (ईएमटी) के पद को खत्म कर दिया गया है। इससे गंभीर मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। यह सुविधा समाप्त होने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और महतारी एक्सप्रेस का ठेका लेने वाली कंपनी के अधिकारी दोनों पल्ला झाड़ रहे हैं। कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा में ज्यादा परेशानी होने पर महतारी एक्सप्रेस में उनका इलाज करने वाला कोई नहीं रहता। अब सिर्फ महतारी एक्सप्रेस गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल व अस्पताल से घर पहुंचाने वाला वाहन बन गया है। महतारी एक्सप्रेस में गर्भवती महिलाओं के साथ मितानिन न हो तो और ज्यादा परेशानी होती है। गंभीर स्थिति आने पर महतारी एक्सप्रेस के चालक तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र देखते हैं।
साल 2023 से अब तक की स्थिति देखें तो 3 केस ऐसे आ चुके हैं, जब ज्यादा प्रसव पीड़ा के कारण मितानिन की उपस्थिति में एंबुलेंस में ही प्रसव कराना पड़ गया। 2023 से अब तक 19,779 गर्भवतियों को घर से अस्पताल व अस्पताल से घर पहुंचाने सेवा दी गई है। जानकारी के मुताबिक 2023 में महतारी एक्सप्रेस का नया टेंडर लगा है। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन अब तक सब ठीक है। शासन के आदेशानुसार ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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गर्भवती माताओं को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए महतारी एक्सप्रेस शुरू की गई है, जिससे उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। जिले में करीब 11 महतारी एक्सप्रेस चल रही हैं। पुराने टेंडर में एम्बुलेंस में पायलट के साथ एक ईएमटी भी रहता था। जबसे नया टेंडर जारी हुआ है, तबसे सिर्फ पायलट यानी वाहन चालक ही रहता है। ईएमटी की भर्ती नहीं की गई है।
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महतारी एक्सप्रेस वाहन के लिए दूर-दराज ग्रामीण अंचल के लोग फोन करते हैं। जब तक वाहन पहुंचता है, तब तक मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में चालक उसे अस्पताल पहुंचाता है लेकिन कई बार स्थिति गंभीर होने पर समस्या होने लगी है। वहीं कई महिलाएं व मितानिन भी महतारी एक्सप्रेस में ईएमटी की भर्ती करने की मांग कर रही है। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से गर्भवती माताओं को अस्पताल लाते समय कई बार रास्ते में लेबर पेन होने लगता है। इससे ईएमटी होने पर गाड़ी में ही सुरक्षित डिलीवरी कराई जाती थी। अब ईएमटी नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति में मरीजों को सहयोग नहीं मिल रहा है।
महतारी एक्सप्रेस बालोद के जिला अधिकारी ओमप्रकाश लोधी ने कहा कि महतारी एक्सप्रेस का नया टेंडर खुला है, तबसे सिर्फ एम्बुलेंस में पायलट ही है। ईएमटी का कोई प्रावधान नहीं है। जो आदेश है, उसी के अनुसार कार्य किया जा रहा है। गंभीर केस होने पर मितनिनों को बुलाकर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाते हैं।