CG Dhan Kharidi: खरीदी आधी-अधूरी तैयारी के बीच की जाएगी। कर्मचारियों की हड़ताल से धान खरीदी प्रभावित हो सकती है। हालांकि प्रशासन का है कि तैयारी पूरी है।
CG Dhan Kharidi: बालोद जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत 15 नवंबर से की जाएगी। धान खरीदी शुरू होने से पहले जिले भर के सेवा सहकारी समितियों में ताला लटका हुआ है। इसकी वजह जिले के 122 सेवा सहकारी समितियों के सहायक प्रबंधक सहित कंप्यूटर ऑपरेटर व प्यून सहित लगभग 500 से ज्यादा कर्मचारियों का 3 नवंबर से चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।
हड़ताल की वजह से यह पहली बार होगा, जब धान खरीदी में पंचायत सचिवों, पटवारी, आरआई की भी ड्यूटी लगाई गई है। इन लोगों को धान खरीदी कैसे करना है, इनका प्रशिक्षण भी दिया गया है। धान खरीदी आधी-अधूरी तैयारी के बीच की जाएगी। कर्मचारियों की हड़ताल से धान खरीदी प्रभावित हो सकती है। हालांकि प्रशासन का है कि तैयारी पूरी है। किसी प्रकार की परेशानी किसानों को नहीं होगी।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अनुसार धान खरीदी की शुरुआत पूजा पाठ कर 15 नवंबर से की जाएगी। सोमवार को धान बेचने के लिए 111 समितियों से 633 किसानों ने 31 हजार 469 क्विंटल धान बेचने टोकन लिया है।
हड़ताल के बाद से सेवा सहकारी समितियों में ताला लटका हुआ है। प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिनके पास भी सेवा सहकारी समितियों की चाबी है, उसे लाएं और ताला खोलकर तैयारी करें। धान खरीदी के शुरू दिन ताला नहीं खोला तो जिमेदार अधिकारी आकर ताला खोलेंगे।
कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य को अति आवश्यक सेवाओं में लेेने के लिए बालोद जिले में एस्मा लगाने का आदेश जारी किया है, जिससेजिले में धान खरीदी बिना किसी अवरोध के सफलतापूर्वक हो सके। कलेक्टर के आदेश के तहत जिले के सभी खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी कार्य को सुचारू रूप से कराने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। समय पर अपने कार्य में उपस्थित नहीं होेने पर उनके विरूद्ध बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।
उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं आरके राठिया ने बताया कि धान खरीदी के पहले दिन 15 नवंबर को जिले के 52 उपार्जन केन्द्रों में कुल 13998 क्विंटल धान की खरीदी के लिए 301 किसानों का टोकन जारी किया गया है।
जिले में 17 नई सेवा सहकारी समिति जरूर बनाई है। 160 खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी करनी थी। लेकिन शासन से अनुमति नहीं मिली। अब 143 धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की जाएगी।
जिले में अवैध धान की खरीदी एवं बिक्री की रोकथाम के उपाय भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए उड़नदस्ता टीम के गठन के अलावा संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर सतत निगरानी की जा रही है। चेक पोस्टों के माध्यम से भी निगरानी की व्यवस्था की गई है।
चार सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के सभी 122 सेवा सहकारी समितियों के सहायक प्रबंधक सहित लगभग 500 कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इनकी मांगों में धान खरीदी में सूखत का भुगतान शासन करें, सेवा सहकारी नियम 2008 में संशोधन, कंप्यूटर आपरेटरों को 6 के बजाए 12 महीने का भुगतान व आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की मांग शामिल है।